भागलपुर: नवगछिया में कोरोना विस्फोटक स्थिति में आ जाने से लोगों के बीच दहशत है. नवगछिया में कोरोना से एक बुजुर्ग की मौत हो जाने के बाद आशंका है कि बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी से संक्रमित हो गये होंगे. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल प्रशासन द्वारा कोरोना रोगियों की चेन की खोज शुरू कर दी गयी है. अस्पताल की रणनीति है कि रोगियों के चेन में आने वाले सभी लोगों की जांच की जाएगी.
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मालूम हो कि नवगछिया अनुमंडल में कोरोना से अब तक 215 से अधिक रोगी संक्रमित हो चुके हैं. 4000 से अधिक लोगों की जांच हो चुकी है, जबकि अब भी नवगछिया में 50 से अधिक कोरोना के एक्टिव केस है, जिन का इलाज भागलपुर के मायागंज अस्पताल में चल रहा है. निश्चित रूप से कोरोना के नवगछिया की पुलिसिंग पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.
मालूम हो कि नवगछिया पुलिस जिले के 46 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें दारोगा, इंस्पेक्टर और सिपाही शामिल हैं. दुकानें तो खुल रहीं, लेकिन लोग नहीं आ रहे भले ही नवगछिया बाजार में कंटेनमेंट जोन का पालन नहीं कराया जा रहा हो, लेकिन लोगों में इस तरह कदर दहशत है कि दुकानदारों ने बताया कि बाजार में 60 फ़ीसदी लोग कम आ रहे हैं. जिससे दिन या शाम के समय भी बाजार में जाम की स्थिति नहीं रहती है.
बुद्धिजीवियों ने बताया कि यह अच्छी स्थिति है और लोगों को खुद अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. नवगछिया में ऑनलाइन सेंटर चलाने वाले बाबा आशीष कहते हैं कि भले ही प्रशासन की तरफ से कंटेनमेंट जोन का पालन नहीं कराया जा रहा है, लेकिन लोग बाजार नहीं आ रहा हैं. लोगों का धंधा खराब प्रभावित हुआ है. ठेले पर चाट और पकौड़ा बेचने वाले अमित कुमार ने बताया कि पिछले 5 दिनों से उनकी बिक्री नहीं के बराबर हो रही है. कहते हैं चिकित्सक नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक एके सिन्हा ने बताया कि वर्तमान में कोरोना अपने भयानक स्टेज पर है. इसका कारण यह है कि अधिकांश संक्रमित मामले ऐसे आ रहे हैं जिन्हें कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं है. वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं.