सोमवार को पटना में एक महिला ने मीडिया के सामने भागलपुर के ग्लोकल हॉस्पिटल, मायागंज अस्पताल व पटना के एक निजी अस्पताल की पोल खोल दी. बताया कि कैसे उसके साथ अभद्र व्यवहार हुआ. उसके पति के इलाज में बरती गयी लापरवाही और अंतत: उसके पति की मौत हो गयी.
मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हर ओर सरगर्मी हो गयी. ग्लोकल अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल आरोपित वार्ड अटेंडेंट को बर्खास्त करते हुए एक जांच कमेटी का गठन किया. वहीं दूसरी ओर पुलिस ने भी अस्पताल पहुंच पूछताछ की. इस मामले में पुलिस ने भी एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है और एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है. दूसरी ओर मायागंज अस्पताल के अधीक्षक ने भी आवेदन मिलने पर जांच करने की बात कही है.
मधुबनी के रहनेवाले रोशनचंद्र दास नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. वे अपनी पत्नी के साथ होली मनाने रिश्तेदार के घर भागलपुर आये थे. यहीं वे कोरोना की चपेट में आ गये. रोशन को ग्लोकल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. वहां जब हालत बिगड़ी, तो ग्लोकल प्रबंधन ने उन्हें मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया. वहां से पटना रेफर कर दिया गया, जहां एक निजी अस्पताल में उनकी मौत हो गयी. पति की मौत के बाद पत्नी ने ग्लोकल अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया. पीड़िता का आरोप है कि अस्पताल में काम करनेवाले वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार ने पीछे से आकर दुपट्टा खींच लिया और गलत हरकत की. उन्होंने कहा कि अगर कोई और दिन होता तो सबको सबक सिखा देतीं.
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-ग्लोकल के वार्ड अटेंडेंट ने खींचा दुप्पटा, की गलत हरकत, हम थे लाचार, वरना चप्पल मारते
-पटना के डॉक्टर भी कम नहीं, करता था गंदे इशारे, देह से सट कर जाता था
-सामान्य दिन होता, तो सभी को चप्पल मार सीधा कर देती
-अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड अटेंडेंट को हटाया, जांच के लिए बनायी कमेटी
-एसएसपी के आदेश पर तीन सदस्यीय टीम कर रही मामले की जांच
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ एके दास ने कहा कि इस मामले में पीड़िता अगर आवेदन देती है, तो जांच करायी जायेगी. जांच के बाद अगर किसी की लापरवाही साबित होती है, तो कार्रवाई की जायेगी.
हॉस्पिटल मैनेजर अमित कुमार ने बताया वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार के खिलाफ निलंबन पत्र जारी कर दिया गया है. अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज देखा जा रहा है. अस्पताल प्रशासन ने अपने स्तर पर कमेटी का गठन कर दिया है. यह मामले की जांच करेगी. आरोप सही पाया गया, तो महिला से आवेदन लेकर दोषी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
एसएसपी निताशा गुरिया ने बताया कि मामले की जांच को तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इसमें एएसपी सिटी पूरन कुमार झा, एएसडीएम अनु कुमार और महिला थाना प्रभारी एसआइ रीता कुमारी को शामिल किया गया है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan