बाहर से लौटे हैं कोरोना पॉजिटिव, राहत यह कि चेन नहीं बना पाया कोरोना
भागलपुर में आ रहे प्रवासी अपने साथ कोरोना वायरस लेकर आ रहे हैं. अब तक जो मरीज मिले हैं उनकी ट्रेवल हिस्ट्री दूसरे राज्य की है. इसी कड़ी में अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावास में अब तक दूसरे राज्य से आये करीब आधे दर्जन लोग जो यहां क्वारेंटाइन थे
भागलपुर : भागलपुर में आ रहे प्रवासी अपने साथ कोरोना वायरस लेकर आ रहे हैं. अब तक जो मरीज मिले हैं उनकी ट्रेवल हिस्ट्री दूसरे राज्य की है. इसी कड़ी में अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावास में अब तक दूसरे राज्य से आये करीब आधे दर्जन लोग जो यहां क्वारेंटाइन थे, इनके सैंपल लिये गये, तो ये पॉजिटिव मिले. अब सवाल यह उठ रहा क्या बाहर से आये लोग अपने साथ कोरोना लेकर आ रहे हैं. इस सवाल का जबाव अब तक जिले में हुए जांच रिपोर्ट ही दे रहा है. जिसमें स्पष्ट रूप से कहा जा रहा है कि बाहरी लोग यहां आये और अपने साथ बीमारी लेकर आये. ऐसे में सावधानी अगर अभी भी नहीं अपनायी गयी, तो यह रोग एक दूसरे से होते हुए चैन लंबा करता जायेगा. राहत देने वाली बात यह है कि ऐसे रोगी के संपर्क में जो भी लोग आये उनके कोरोना नहीं हुआ है.
केस एक: – सिंकदरपुर निवासी पॉजिटिव मरीज पत्नी और बेटे के साथ दिल्ली से 16 मार्च को शहर आया था. जिसके बाद ये सीधे अपनी जमीन देखने बांका चला गया. भागलपुर लौटने पर कोरोना के लक्षण दिखने लगे, तो जांच के लिए पहुंचे. जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. वहीं लापरवाही यह रही कि इनको छात्रावास में क्वारेंटिन के दौरान विवाद के बाद वह घर चला गया. राहत वाली खबर यह रही कि परिवार वाले इस रोग का शिकार होने से बच गये.
केस नंबर दो :- मुंगेर का युवक सेना से बर्खास्त होकर सीधे अपने घर लद्दाक से पहुंचा. अपने घर में कुछ दिन गुजारने के बाद वह पटना चला गया. पटना में 19 दिन गुजारने के बाद क्वारेंटिन हुआ. वापसी के बाद भागलपुर में जांच के दौरान रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. लेकिन राहत वाली बात यह रही कि परिवार वालों की रिपोर्ट निगेटिव आयी.
केस नंबर तीन: – सिंकदरपुर में मानसिक रोगी कोरोना पॉजिटिव हो गया था. यह अपने घर के अलावा मोहल्ले में ही रहता था. किसी के घर के आगे जाकर बैठ जाता था. ऐसे में यह कोरोना का शिकार कैसे हो गया यह आज तक पता चल सका है. हैरान करने वाली बात यह भी है कि इसके संपर्क में रहने वाले घर के लोग भी कोरोना की चपेट में नहीं आये. राहत वाली खबर यह रही कि छात्रावास में कोई भी कोरोना के इस चेन से इन चारों की वजह से नहीं आये.