गौतम वेदपाणि.भागलपुर: बिहार के तीन जिलों में शनिवार को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सिनेशन (Corona Vaccination) को लेकर ड्राइ रन शुरू किया गया. वैक्सिनेशन के बाद शरीर पर इसके प्रभाव, वैक्सिन देने के तरीके, वैक्सिन के संरक्षण के लिए जरूरी उपकरणों की समीक्षा के लिए ड्राइ रन चलाया गया. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तय किया है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सिन लगाने के लिए पहले को-विन (co-win) मोबाइल एप को अपने मोबाइल फोन इंस्टाल करना होगा.
इस एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा. इसके बाद वैक्सिन लगाने के इच्छुक व्यक्ति एप के माध्यम से अपना फोटोयुक्त आइडी कार्ड को अपलोड करेंगे. वोटर आइडी, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस समेत 12 तरह के प्रमाण पत्र को मान्यता दी गयी है. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिंह ने बताया कि वैक्सिनेशन को लेकर पटना मुख्यालय से जल्द दिशा निर्देश दिया जायेगा. 15 फरवरी के बाद वैक्सिनेशन की तिथि तय होगी.
देश व सूबे में एक व्यक्ति को दो बार वैक्सिन दिया जायेगा. पहली वैक्सिनेशन के बाद इसकी जानकारी एप पर सबमिट की जायेगी. वहीं दूसरी बार वैक्सिनेशन का मैसेज एप पर खुद ब खुद आ जायेगा. वहीं एप के माध्यम से दो वैक्सिनेशन के बाद ऑनलाइन सर्टिफिकेट भी जारी किया जायेगा. एप के माध्यम से पता चलेगा कि किसने वैक्सिन लगायी है, किसने नहीं.
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भागलपुर जिले में पहले चरण में नौ हजार स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड की वैक्सिन दी जायेगी. इनमें से जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के दो हजार डॉक्टर, नर्स, कर्मचारी व दूसरे स्टाफ हैं. वहीं जिला स्वास्थ्य समिति यानी स्वास्थ्य विभाग के सात हजार कर्मियों को जिले भर में वैक्सिन दी जायेगी. इसके बाद नियमित रूप से वैक्सिनेशन होगा.
बिहार के सभी जिलों में वैक्सिनेशन की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी जारी है. पटना मुख्यालय से सूचना मिली कि पहले चरण में भागलपुर समेत पटना व दूसरे सबसे संक्रमित जिले में अभियान चलेगा. भागलपुर व पटना सूबे के सबसे अधिक कोरोना प्रभावित जिलों में हैं. पटना में सबसे अधिक 49 हजार व भागलपुर में अबतक 9388 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं.