सुलतानगंज बाजार स्थित पूर्व बिहार का इकलौता राजकीय महिला अस्पताल में प्रसव सुविधा नहीं मिलने से आसपास जिले सहित कई ग्रामीण इलाके की महिलाओं को परेशानी होती है. सोमवार को नप के मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य ने महिला अस्पताल का निरीक्षण किया. मुख्य पार्षद ने बताया कि महिला अस्पताल में ओपीडी व्यवस्था बहाल की गयी है, लेकिन मरीज बहुत कम आते हैं. महिलाओं के लिए प्रसव सुविधा यहां नहीं मिल रही है, जिसको लेकर पत्राचार किया जायेगा. उन्होंने बताया कि निरीक्षण में ओपीडी में तैनात एक चिकित्सक, दो एएनएम और एक कार्यालय परिचारी की तैनाती की गयी है. निरीक्षण में चिकित्सक और एक एएनएम नहीं मिले. एक एएनएम और एक कार्यालय परिचारी मौजूद था. उन्होंने बताया कि अस्पताल का 1938 में शिलान्यास किया गया था. पूर्व में अस्पताल में सभी सुविधा बहाल थी. तीन जिला के ग्रामीण अस्पताल में पहुंचते थे. महिलाओं के लिए प्रसव की सुविधा बहाल थी. दूर-दूर से महिलाएं समुचित सुविधा को लेकर यहां पहुंचती थी. जीर्णोद्धार के बाद प्रसव सुविधा की व्यवस्था शुरू नहीं की जा सकी है. उन्होंने बताया कि बिहार सरकार के डिप्टी सीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के मंत्री, प्रधान सचिव, आयुक्त, डीएम, सिविल सर्जन को पत्र भेज कर महिला अस्पताल में सभी सुविधा व व्यवस्था बहाल करने की मांग की जायेगी.
बिहार प्रदेशिक मारवाड़ी सम्मेलन की बैठक
कहलगांव शहर के गुरुकृपा एकेडमी प्रांगण में बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन की बैठक हुई. कहलगांव शाखा के सदस्य व बीपीएमएस के क्षेत्रीय प्रभारी सहित प्रमंडलीय उपाध्यक्ष ने हिस्सा लिया. अध्यक्षता पवन कुमार खेतान ने की. सर्वसम्मति से 20 सदस्यों का विस्तार करने तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन पर चर्चा हुई. नये सदस्यों को जोड़ने के लिए सात सदस्यीय कमेटी बनायी गयी, जिसमें मनोज संथलीय, हेमंत अग्रवाल, विमल दालान, मुरारी खेतान, बृजेश साह, केशव जोशी तथा गोपाल जोशी को सदस्य बनाने की जिम्मेदारी दी गयी. मौके पर कृष्ण कुमार साह, मनोज संथालिया, मुरारी खेतान, विजय संथालिया, संदीप रुंगटा सहित अन्य सदस्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है