Bhagalpur_News उल्टा पुल के पास शराब बरामदगी मामले में आरोपित को पांच वर्ष सश्रम कारावास

20 लीटर शराब बरामदगी मामले में पांच वर्ष कारवास

By Prabhat Khabar News Desk | July 6, 2024 12:07 AM

व्यवहार न्यायालय के विशेष न्यायाधीश (उत्पाद-2) की अदालत ने शुक्रवार को शराब बरामदगी के मामले में आरोपित सुलतानगंज के कासिमाबाद निवासी बलराम कुमार को पांच वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई. मालूम हो कि पिछले वर्ष 22 जनवरी को बलराम कुमार को कोतवाली पुलिस ने 20 लीटर विदेशी शराब के साथ पकड़ा था. सुनवाई के दौरान आरोपी को बिहार मध निषेध उत्पाद अधिनियम 2016 की धारा 30(ए) में दोषी पाया गया. इसके बाद आरोपी को पांच वर्ष सश्रम कठोर कारावास और एक लाख रुपये अर्थदंड की सजा दी है. अर्थदंड की राशि नहीं देने की स्थिति में तीन वर्ष अतिरिक्त कारावास की सजा काटना होगा.

जलने से गंभीर हुई गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत

जगदीशपुर थाना के खरवा गांव के जितेंद्र शर्मा की गर्भवती पत्नी सुषमा देवी की मौत इलाज के दौरान हो गयी है. मालूम हो कि पिछले माह 28 जून को खाना बनाने के दौरान जलने से महिला गंभीर हो गयी थी. उसे इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच में भर्ती कराया गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था. शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.

ट्रेन से गिर कर दो युवक घायल

भागलपुर. भागलपुर और नवगछिया में ट्रेन से गिर कर दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गये. दोनों का इलाज भागलपुर के जेएलएनएमसीएच मायागंज अस्पताल में चल रहा है. जानकारी मिली है कि बेगूसराय के लेरूवारा गांव निवासी मो हसनैन 30 जुलाई की रात को सीमांचल एक्सप्रेस से अपने घर जा रहे थे. मानसी रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन में अत्यधिक भीड़ रहने के कारण वह ट्रेन से गिर गया, जिससे उसका एक पैर कट गया है. दूसरी घटना एक जुलाई की है. शाहकुंड के पुरानी खैरो निवासी मोहन कुमार मांझी वर्धमान जा रहा था. रामपुर हाट स्टेशन से आगे ट्रेन में अत्यधिक भीड़ रहने के कारण धक्का लग जाने से वह गिर गया, जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया.

नवजात की मौत, परिजन शोक संतप्त

भागलपुर. मायागंज निवासी जितेंद्र यादव और कोमल देवी के नवजात बच्चे की मौत हो गयी है. जानकारी मिली है कि एक जुलाई को प्रसव होने के बाद बच्चे की स्थिति गंभीर थी. इसके बच्चे को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. निजी अस्पताल से बच्चे को इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया, लेकिन परिजन पटना न जाकर फिर एक दूसरे निजी नर्सिंग होम में गुरुवार को देर शाम पहुंचे. शुक्रवार को दोपहर निजी नर्सिंग होम से भी बच्चे को मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया. अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने बताया कि बच्चे के इलाज में निजी नर्सिंग होम में एक लाख से अधिक रुपये खर्च हो गये, फिर भी बच्चे को बचाया न जा सका.

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