जिले में गंगा के तीन घाटों पर सामुदायिक जेट्टी की स्थापना होगी. यहां माल व यात्रियों को लेकर चलनेवाला जहाज पहुंचा करेगा. संबंधित घाटों पर यात्रियों को सुविधाएं भी दी जायेंगी. इसकी स्थापना को लेकर स्थलों के सीमांकन करने की प्रक्रिया जिला स्तर से शुरू कर दी गयी है. सुलतानगंज व कहलगांव के सीओ को सीमांकन करने का निर्देश दिया गया है, ताकि निर्धारित किये जानेवाले स्थलों पर जेट्टी निर्माण की कार्रवाई शुरू हो सके.
भारत सरकार के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय अंतर्गत भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण की ओर से सामुदायिक जेट्टी की स्थापना की जायेगी. तय स्थलों पर यात्रियों की सुविधा और ठहराव आदि की व्यवस्था के लिए निर्माण किया जाना है. जेट्टी के लिए सुलतानगंज घाट, कहलगांव घाट व बटेश्वर स्थान घाट को प्रस्तावित किया गया है. जलमार्ग प्राधिकरण के पटना क्षेत्रीय कार्यालय ने चिह्नित एनओसी प्राप्त भूमि की मापी व सीमांकन कराने का अनुरोध किया है. इस संबंध में जानकारी देने के लिए प्रधिकरण ने एक असैनिक अभियंता भी उपलब्ध कराया है. इनसे आवश्यक समन्वय स्थापित करते हुए प्रस्तावित स्थलों की मापी व सीमांकन कराते हुए नक्शा सहित रिपोर्ट भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के पटना क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य अभियंता को उपलब्ध कराने का निर्देश सुलतानगंज व कहलगांव के सीओ को जिला स्तर से दिया गया है.
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सामुदायिक जेट्टी का निर्माण होने पर भागलपुर में मालवाहक व यात्री जहाज का आवागमन शुरू हो जायेगा. जहाजों को सुलतानगंज में एक व कहलगांव में दो घाटों पर ठहराव के लिए सुविधा मिलेगी. भागलपुर में पर्यटकों का आवागमन तेज हो जायेगा. साथ ही जलमार्ग से दूर की यात्रा करना भागलपुर व आसपास के जिलों के लोगों के लिए सुलभ हो जायेगा. भागलपुर में बटेश्वर स्थान, तीन पहाड़, विक्रमशिला, महर्षि मेंहीं आश्रम, जैन मंदिर, अजगैवीनाथ मंदिर आदि स्थानों की चमक बढ़ जायेगी.
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