गोपालकों ने की गोवर्धन की पूजा और गायों का शृंगार
जिले के गोपालकों ने शनिवार को को अलग-अलग स्थानों पर गोवर्धन पूजन उत्सव मनाया. शहर के गोशाला परिसर में भी गायों का शृंगार किया गया.
जिले के गोपालकों ने शनिवार को को अलग-अलग स्थानों पर गोवर्धन पूजन उत्सव मनाया. शहर के गोशाला परिसर में भी गायों का शृंगार किया गया. श्रद्धालुओं ने गाय को फल, चारा खिलाया. फूल, धूप, दीप-नैवेद्य से गौ माता एवं भगवान श्री कृष्ण की पूजा व आरती की गयी. प्रकृति के आधार रूप में गोवर्धन पर्वत एवं समाज के आधार रूप में गाय की पूजा की गयी. गोशाला के महामंत्री गिरधारी केजरीवाल ने कहा कि गोवर्धन पूजा गाय, अन्नपूर्णा और भगवान कृष्ण की पूजा का शुभ अवसर है. लगातार बारिश से जनजीवन को क्षति से बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाया और लोगों की जीवन रक्षा की. इस दिवस पर पूजा करने का विशेष महत्व है. गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर पूजा की गयी.
लक्ष्मी नारायण डोकनिया ने बताया कि अहंकार कभी नहीं करनी चाहिए, गोवर्धन पूजा में यह प्रेरणा मिलती है. गोवर्धन पूजन भगवान कृष्ण द्वारा इंद्र के अहंकार को तोड़ने का स्मरण कराता है. मंत्री सुनील जैन ने कहा कि यह पूजा पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला है. पर्वत, पेड़ संरक्षित रहेंगे तो जीवन खुशहाल होगा. इससे सीधा संबंध गोवर्धन पूजा का है. इस मौके पर सुनील बुधीया, राजेश बंका, कृष्ण झुनझुनवाला, प्रदीप सिवानीवाला उपस्थित थे.
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