Bhagalpur_Newsसिपेट में अब सीधे एडमिशन ले सकेंगे 15 से 55 वर्ष तक के अभ्यर्थी
सिपेट में नामांकन ले सकेंगे 15 से 55 वर्ष तक के लोग
रसायन एवं पेट्रो रसायन विभाग, रसायन उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित सिपेट भागलपुर में अब 15 से 55 वर्ष तक के इच्छुक अभ्यर्थी स्पॉट एडमिशन के तहत अपना नामांकन करा सकेंगे. मालूम हो कि सिपेट में अगस्त 2024 में पहले बैच के लिए इनदिनों नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ है. पहले प्रवेश परीक्षा ली गयी, फिर नामांकन के लिए प्रथम सूची में 46 लोगों की सूची जारी की गयी. लेकिन डिप्लोमा इन प्लास्टिक टेक्नोलॉजी में चार और डिप्लोमा इन प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलाॅजी में तीन स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया. इस बीच दूसरी सूची भी जारी कर दी गयी लेकिन नामांकन कराने स्टूडेंट्स नहीं पहुंचे. कोर्स के प्रति स्टूडेंट्स की उदासीनता को देखते हुए संस्थान ने स्पॉट एडमिशन लेने का फैसला लिया. जानकारी दी गयी है कि स्पॉट एडमिशन लेने पहुंचने वाले स्टूडेंट्स से सिर्फ फार्म शुल्क 100 रुपये लिये जाएंगे और एक मामूली टेस्ट के बाद उनका एडमिशन लिया जाएगा. कोर्स करने वाले स्टूडेंट्स के लिए छात्रावास और स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध है.
एक नजर
कुल कोर्स की संख्या – दो
कोर्स – डीपीएमटी, सीट – 60, तीन वर्षीय.कोर्स – डीपीटी, सीट – 60, तीन वर्षीय.कोर्स करने के लिए योग्यता – मैट्रिकडीपीएमटी में अब तक हुआ नामांकन – तीन
डीपीटी में अब तक हुआ नामांकन – चारकोर्स का शुल्क – 1,05000 रुपये के करीबपहले सेमेस्टर का शुल्क – 20,550दूसरे सेमेस्टर से शुल्क – 16,500
अब प्रारंभ होगा सत्र – अगस्त 2024स्पॉट एडमिशन की तिथि – सत्र प्रारंभ होने तककोर्स के बाद शत-प्रतिशत होगा प्लेसमेंट, लोग कर सकेंगे स्वरोजगार
सिपेट के तकनीकी अधिकारी अभित लाकड़ा ने बताया कि वर्तमान समय प्लास्टिक का बहुत बड़ा बाजार है. बड़े पैमाने पर प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है. कोर्स करने के बाद संस्थान शत-प्रतिशत प्लेसमेंट यानी नौकरी की गारंटी दे रहा है तो दूसरी तरफ अगर लोग स्वरोजगार करना चाहें तो कोर्स के बाद 15 से 20 लाख रुपये निवेश कर बड़ा व्यवसाय शुरू कर सकते हैं. वर्तमान में सिपेट संस्थान बरारी स्थित महिला आइटीआइ के भवन में संचालित हो रहा है लेकिन जल्द ही अलीगंज के स्पीनिंग सिल्क मिल परिसर में कुल आठ एकड़ में बने परिसर में शिफ्ट हो जाएगा. जहां 41 करोड़ की लागत से एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, तीन खंडों में वर्कशॉप, कार्यालय, कैंटीन, ब्वॉयज हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल, अकादमिक ब्लॉक, ग्रीन एरिया का निर्माण किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है