दशहरा पर पारंपरिक मिठाई का क्रेज बरकरार
दशहरा को लेकर बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही और रोजाना कपड़ा, फल-फूल, पूजन व अन्य सामग्री की बिक्री करोड़ों में हो रही है. मिठाई का बाजार भी इनसे कम नहीं है. मिठाई का कारोबार तीन करोड़ से अधिक का होने का अनुमान है.
दशहरा को लेकर बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही और रोजाना कपड़ा, फल-फूल, पूजन व अन्य सामग्री की बिक्री करोड़ों में हो रही है. मिठाई का बाजार भी इनसे कम नहीं है. मिठाई का कारोबार तीन करोड़ से अधिक का होने का अनुमान है. सप्तमी, अष्टमी, नवमी व दशमी के दौरान पूजन में उपयोग होने वाला बताशा की बिक्री 40 लाख रुपये की होगी. एक ओर जहां फैंसी मिठाई लोगों को आकर्षित कर रहा है, वहीं दूसरी ओर पारंपरिक मिठाई का क्रेज अब भी बरकरार है. ऐसे में पारंपरिक मिठाई टिकरी, खाजा, गोपालभोग, लड्डू आदि के स्टॉल सज गये हैं.
मिठाई दुकानदार नंद किशोर साह ने बताया कि हर साल मिठाई में केवल टिकरी (बालुशाही) चार क्विंटल से अधिक की बिक्री होती है. शहर में मिठाई की दुकानें 200 से अधिक हैं. एक किलो टिकरी के दाम 180 से 200 रुपये किलो है. 100 से अधिक दुकानों में टिकरी की बिक्री होती है. दुर्गा पूजा में 40 लाख रुपये की केवल टिकरी बिकने की संभावना है. वहीं खाजा 160 रुपये किलो, जबकि गोपालभोग 160 से 180 रुपये किलो बिक रहे हैं. इसके अलावा जलेबी, छेना, लड्डू, राजभोग, रसमलाई, गुलाब जामुन आदि मिठाई की बिक्री भी हो रही है.
40 लाख का होगा बताशा का कारोबार
बताशा के थोक दुकानदार ने बताया कि शहर में बताशा के नौ थोक दुकानदार हैं. भागलपुर जिले ही नहीं दूसरे जिले में भी सप्लाई होती है. दुर्गा पूजा पर पांच से सात क्विंटल रोजाना बताशा की बिक्री कर लेते हैं. एक किलो बताशा 100 रुपये किलो तक बिक बिक रहे हैं, जबकि खुदरा में 12 से 15 रुपये 100 ग्राम बिक रहे हैं. दुर्गा पूजा पर चार दिनों में 40 लाख रुपये से अधिक बताशा के कारोबार की संभावना है.
सप्तमी व अष्टमी पर खूब बिक रहे मालपुआ व बर्फी
मिठाई कारोबारी बलराम झुनझुनवाला ने बताया कि सप्तमी व अष्टमी पर मालपुआ व दिलखुश बर्फी की खूब बिक्री हुई. पारंपरिक मिठाई में लड्डू, खाजा, बालूशाही-टिकरी आदि तैयार किये जा रहे हैं. इसके अलावा काजू बरफी, सोहन पापड़ी, बालूशाही, गोंद लड्डू, केशरिया पेड़ा, संदेश, मलाइ चॉप आदि मिठाई भी यहां उपलब्ध है. इसके अलावा काजू व अंजीर की फैंसी मिठाई तैयार की जा रही है.बंगाली बहुल क्षेत्र में बंगाली मिठाई भी खूब पसंद किये जा रहे हैं. बंगाली मिठाई अन्य समाज के लोग भी पसंद कर रहे हैं. बंगाली मिठाई में चिरनी बाबू संदेश, काजू मटका, काजू एपल, मलाई चॉप, खीर कदम, क्रीम चॉप, कलाकंद, रसभरी आदि मिठाई तैयार की गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है