सावन माह शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर शुक्रवार को जिले के विषहरी मंदिरों में पूजा करने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. अंग जनपद के मुख्य विषहरी मंदिर चंपानगर विषहरी स्थान, नाथनगर, परबत्ती, रामसर, उर्दू बाजार, ईश्वर नगर, भीखनपुर, छोटी खंजरपुर, बड़ी खंजरपुर, बरारी विषहरी स्थान में देवी गीत, बिहुला विषहरी की गाथा का पाठ किया गया. गंध-धूप, दूध-लावा, फल आदि अर्पित करते हुए नाग देवता की पूजा की गयी. कुछ जगहों पर घर के आगे गाय के गोबर से नाग की आकृति बनाकर धूप-दीप व सिंदूर से पूजा की गयी. विभिन्न विषहरी मंदिरों में धान का लावा, गाय का दूध, नीम का पत्ता आदि चढ़ाया गया. चंपानगर के मुख्य मनसा देवी मंदिर में पुजारी संतोष झा और अजीत झा ने विशेष पूजन कराया. श्रद्धालुओं ने डलिया चढ़ाया. कच्चे ढकनी में दूध लावा का प्रसाद वितरण किया गया. केंद्रीय विषहरी पूजा समिति के अध्यक्ष भोला मंडल, महामंत्री शशि शंकर राय, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप कुमार के नेतृत्व में उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, श्यामल किशोर, कोषाध्यक्ष बबलू भगत, संगठन महामंत्री शिव कुमार सिंह, उपाध्यक्ष दिनेश मंडल, कैलाश यादव, राजीव शर्मा, मेला प्रभारी योगेश नाथ पांडे, छांगुरी शर्मा, रूपा साह, कृष्ण कुमार सिंह, मनोज कुमार ने पूजा-अर्चना की. विभिन्न विषहरी मंदिर व भगत के स्थान का निरीक्षण किया और समस्याओं से अवगत हुए. कमेटी के प्रधान सदस्य हेमंत कश्यप ने बताया कि चंपानगर मनसा देवी मंदिर में विशेष पूजा हुई. माता मनसा के साथ नागपंचमी के दिन आठ नागों की विशेष पूजा की गयी. नाग देवता की पूजा करने से सारी समस्याओं से मुक्ति मिलती है.
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