भागलपुर समेत प्रदेश के तीन जिलों में 23 करोड़ से लगेंगे दही बनाने के संयंत्र
भागलपुर समेत प्रदेश के तीन जिलों सुपौल व मुजफ्फरपुर में 23 करोड़ की लागत से दही बनाने के संयंत्र लगेंगे. लाखों उपभोक्ताओं को उच्च तकनीक से तैयार दही मिलेगा.
-बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की संयुक्त सचिव स्मिता सिन्हा ने महालेखाकार को लिखा पत्र-कॉम्फेड के माध्यम से मुजफ्फरपुर, सुपौल एवं भागलपुर में दही निर्माण संयंत्रों की विस्तारीकरण की योजना की स्वीकृति- विक्रमशिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति-सुधा डेयरी के एमडी ने कहा- सात निश्चय प्रोग्राम पार्ट टू के तहत अगले सावन से पहले लाखों उपभोक्ताओं को मिलने लगेगा दहीप्रभात खास
दीपक राव, भागलपुर
भागलपुर समेत प्रदेश के तीन जिलों सुपौल व मुजफ्फरपुर में 23 करोड़ की लागत से दही बनाने के संयंत्र लगेंगे. लाखों उपभोक्ताओं को उच्च तकनीक से तैयार दही मिलेगा. बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की संयुक्त सचिव स्मिता सिन्हा ने महालेखाकार को पत्र लिखा है.पत्र में बताया कि राज्य योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 से 2025-26 तक दो वर्षों में कॉम्फेड के माध्यम से कुल रुपये 23 करोड़ की लागत से भागलपुर, सुपौल और मुजफ्फरपुर में दही बनाने के संयंत्र लगाये जायेंगे.
ऑटोमेटिक होगी मशीन और हाइजेनिक होगा दहीविक्रमशिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड अंतर्गत सुधा डेयरी के एमडी शिवेंद्र सिंह ने बताया कि सात निश्चिय प्रोग्राम पार्ट-टू के तहत भागलपुर प्रक्षेत्र के भागलपुर, मुंगेर, जमुई, बांका, गोड्डा, देवघर, साहेबगंज, जामताड़ा व दुमका के लाखों उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलेगा. अगले सावन अर्थात 2025 के सावन से पहले इस संयंत्र का शुभारंभ हो जायेगा. उन्होंने बताया कि यह मशीन पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से युक्त व ऑटोमेटिक होगी. इसमें कम से कम ह्यूमेन पावर का काम होगा. कम से कम लोगों का इंवॉल्वमेंट होने के कारण दही हाइजेनिक होगी. दही गुणवत्तापूर्ण होगी.भागलपुर व सुपौल में प्रतिदिन 10 मैट्रिक टन व मुजफ्फरपुर में 20 मैट्रिक टन दही होगा तैयारएमडी शिवेंद्र सिंह ने बताया कि भागलपुर व सुपौल की मशीन से प्रतिदिन 10 मैट्रिक टन दही तैयार किया जायेगा, जबकि मुजफ्फरपुर में 20 मैट्रिक टन दही तैयार करने की मशीन लगेगी. उन्होंने यह भी बताया कि जब इतनी मात्रा में दही तैयार करने की मशीन लगेगी, तो दूध उत्पादन को बढ़ावा दिया जायेगा. गांव-गांव में मवेशी पालन को भी बढ़ावा मिलेगा. इससे लोगों की आय दोगुनी करने की योजना बनायी जा रही है.
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