फिशिंग गिरोह मामला : सात ई-कॉमर्स वेबसाइट से ग्राहकों की जानकारी लीक होने का खुलासा

फिशिंग गिरोह मामला : सात ई-कॉमर्स वेबसाइट से ग्राहकों की जानकारी लीक होने का खुलासा

By Prabhat Khabar News Desk | October 25, 2024 10:49 PM

फिशिंग गिरोह कॉल सेंटर के खुलासा के बाद भागलपुर पुलिस की एक विशेष टीम स्थायी तौर पर जांच के लिए लगा दी गयी है. साइबर ठगी के लिए सात ई-कॉमर्स वेबसाइट से ग्राहकों की जानकारी लीक होने का पता चला है. पुलिस कॉल सेंटर से बरामद रजिस्टर के जरिये साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों से संपर्क करने में लगी है. पुलिस ने उन ई-कॉमर्स वेबसाइटों/एप का पता लगा लिया है, जहां से ग्राहकों की जानकारी लीक कर फिशिंग गिरोह तक पहुंचायी जाती थी. भागलपुर पुलिस ने उक्त ई-कॉमर्स वेबसाइट के संचालकों से संपर्क कर उनके ग्राहकों का रिकॉर्ड रखने वाले कर्मियों की विस्तृत जानकारी मांगी है. जिन ई-कॉमर्स वेबसाइट से ग्राहकों की जानकारी लीक कर साइबर अपराधियों को बेचा जाता था उनमें Dr. Sheth””””s.com, Sanfe.in, Minimalist.co, Let””””s Hyphen.com, Aarata, Plum Goodness.com और Oziva.in नामक कंपनियां शामिल हैं. जीशान अली उर्फ राहुल गुप्ता का लैपटॉप जब्त, खुल सकते हैं कई राज साइबर पुलिस की टीम ने घूरन पीर बाबा चौक के समीप फिशिंग कॉल सेंटर के खुलासे के बाद उक्त कॉल सेंटर से दर्जनाें युवक और युवतियों को हिरासत में लिया था. दर्जनों बैंक पासबुक, चेकबुक, एटीएम, सिम कार्ड, कीपैड और एंड्रायड मोबाइल फोन की बरामदगी की थी. इसी क्रम में एक हरे रंग का रजिस्टर मिला था. इसमें साइबर ठगी के सफल ट्रांजेक्शन का डिटेल लिखा है. पुलिस ने कार्यालय से जीशान अली का एक लैपटॉप भी जब्त किया है. इसे जांच के लिए तकनीकी टीम को सौंपा गया है. लैपटॉप के अनलॉक होने के बाद पुलिस देश के कई साइबर ठगों तक भी पहुंचने का दावा कर रही है. कई राज्यों की पुलिस ने किया संपर्क फिशिंग गिरोह का खुलासा करने के बाद देश के कई राज्यों की पुलिस ने भागलपुर पुलिस से संपर्क किया है. उनके राज्यों के विभिन्न थानों में दर्ज साइबर क्राइम के मामलों ठगी करने वालों का मोबाइल लाेकेशन भागलपुर मिला है. इधर कॉल सेंटर और उसके भवन के बाहर शुक्रवार को भी कई लोग आते-जाते और भवन का फोटो लेते दिखे. हालांकि वे लोग कौन थे, इसकी जानकारी उन्होंने किसी को नहीं दी. कुछ लोग उन्हें खुफिया जांच एजेंसी के सदस्य बता रहे थे, तो कुछ लोग फिशिंग गिरोह के ही सदस्य के होने की आशंका व्यक्त कर रहे थे.

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