Bihar News: गूगल सर्च के दौरान लिंक टच करते ही हैंग हुआ फोन, बैंक खातों से निकल गए 1 लाख रुपए

Bihar News: भागलपुर में एक व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार हो गया. गूगल सर्च के दौरान एक लिंक टच करने पर फोन हैंग हुआ और फिर बैंक खाता खाली हो गया.जानिए पूरा मामला...

By ThakurShaktilochan Sandilya | October 17, 2024 9:08 AM
an image

Bihar News: भागलपुर में एक व्यक्ति ने बैंक मैनेजर का नंबर गूगल पर सर्च किया. इस क्रम में वो इस कदर जालसाज के जाल में फंसा कि उसकी छोटी सी चूक ने उसका बड़ा नुकसान कर दिया. साइबर ठगों के जाल में फंसा उक्त व्यक्ति के बैंक खाते से एक लाख से अधिक रुपए साइबर ठगों ने निकाल लिए. 10 अक्टूबर से ही केस दर्ज कराने को साइबर थाना का वो चक्कर काट रहे हैं. ट्रांजेक्शन हुए पैसे को होल्ड करवाने भी वो परेशान हैं.

साइबर थाना का चक्कर लगा रहे पीड़ित

कहलगांव स्थित रसलपुर थाना क्षेत्र के एकचारी के रहने वाले कामदेव पंडित विगत 9 अक्तूबर को साइबर ठगी का शिकार हो गये. मामले में 10 अक्टूबर से ही वह आवेदन लेकर भागलपुर साइबर थाना का चक्कर लगा रहे हैं. कामदेव पंडित द्वारा थाना में जमा कराये गये आवेदन में उनके साथ हुई ठगी की विस्तृत जानकारी दी है. साइबर पुलिस ने मामले में पीड़ित को कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

ALSO READ: Bihar News: भागलपुर में बालू वाले ट्रैक्टर के चालक की हत्या, बाइपास पर अपराधियों ने मारी गोली

कैसे हुए ठगी का शिकार?

कामदेव पंडित ने बताया कि उनके फोन पर एसबीआइ लाइफ से संबंधित मैसेज आया. उन्होंने मैसेज होल्डिंग से संबंधित जानकारी लेने के लिए गूगल पर अपने बैंक शाखा के प्रबंधक का नंबर सर्च किया. इस पर एक लिंक उनके सामने आया. उक्त लिंक पर दिये गये फॉर्म को भर कर शिकायत दर्ज कराने की बात कही. जैसे ही उन्होंने उक्त लिंक को टच किया, वैसे ही मोबाइल ने काम करना बंद कर दिया. इसके बाद उन्होंने अपना सिम निकाल कर मोबाइल को पुन: चालू किया.

बैंक खातों से निकले एक लाख से अधिक रुपए

फोन ऑन होते ही उनके दो अलग-अलग बैंक खातों से 56-56 हजार रुपये के ट्रांजेक्शन का मैसेज आया. जिसके बाद उन्होंने अपने कुछ परिचितों से इस संबंध में जानकारी ली तो उन्हें पुलिस से शिकायत करने की सलाह दी गयी. उन्होंने बताया कि पिछले पांच दिनों से वह मामले की शिकायत दर्ज कराने और ट्रांजेक्शन हुए पैसों को होल्ड कराने के लिए पहले कहलगांव थाना और फिर साइबर थाना का चक्कर लगा रहे हैं. पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.

Exit mobile version