दक्षिणी क्षेत्र का सबसे बड़ा वार्ड है 50, चार साल से पेयजल संकट बरकरार
वार्ड 50 शहर के दक्षिणी क्षेत्र का सबसे बड़ा वार्ड है. यहां लगातार चार साल से पेयजल संकट व्याप्त है. खासकर मानिकपुर व महमदाबाद में गर्मी बढ़ने पर पेयजल संकट गहरा जाता है.
वार्ड 50 शहर के दक्षिणी क्षेत्र का सबसे बड़ा वार्ड है. यहां लगातार चार साल से पेयजल संकट व्याप्त है. खासकर मानिकपुर व महमदाबाद में गर्मी बढ़ने पर पेयजल संकट गहरा जाता है. जलस्तर नीचे जाने के बाद अधिकतर चापाकल से पानी आना कम हो गया है, तो सरकारी स्रोत भी फेल हो गये. मालूम हो कि इस वार्ड से पूर्व मेयर सीमा साहा पार्षद बनकर मेयर पद पर पहुंची थीं. उनके कार्यकाल में ही पेयजल संकट था. नगर सरकार बदल गयी, लेकिन समस्या जस की तस है. स्थानीय लोगों की मानें तो मानिकपुर दुर्गा स्थान परिसर में पिछले पांच साल से डीप बोरिंग बार-बार खराब हो रहा है. दो साल पहले तो पूरी तरह से बंद हो गया. ऐसे में यहां चैती दुर्गा पूजा के दौरान नया डीप बोरिंग का काम शुरू हुआ, लेकिन कभी पत्थर निकलने, तो कभी दूसरे कारण से जलापूर्ति बहाल नहीं की जा सकी. इतना ही नहीं लेटलतीफी के कारण लोगों को घर तक पानी नहीं मिल पा रहा है. यहां की आठ हजार की आबादी पानी के लिए कदमताल कर रही है. वहीं महमदाबाद में एक प्याऊ लगाकर कुछ राहत देने का प्रयास हुआ. फिर भी एक प्याऊ से सभी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है. इसके अलावा वारसलीगंज, कमलनगर, मोहद्दीनगर कॉलोनी में भी समुचित जलापूर्ति व्यवस्था नहीं है. नये डीप बोरिंग में खराब ग्रेबुल देने का लगाया आरोप मानिकपुर के लोगों ने नये डीप बोरिंग में खराब ग्रेबुल देने का आरोप लगाया. लोगों ने ठेकेदार के सामने विरोध भी जताया कि फिर खराब पानी आपूर्ति की जायेगी. दरअसल यहां 19 लाख की लागत से डीप बोरिंग लगाने का कोई फायदा नहीं मिलेगा. मानिकपुर के लोगों में असंतोष है. मुर्तुकाचक में भी हैंडपंप खराब है. ———— पिछले साल मोहल्ले से लेकर नगर निगम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं वार्ड 50 के लोग पिछले साल पानी संकट को लेकर मोहल्ले में चार बार और दो बार नगर निगम कार्यालय में विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. प्रदर्शन का परिणाम हुआ कि यहां पानी टैंकर भेजा गया. फिर एक प्याऊ लगाकर कुछ राहत देने का प्रयास हुआ. प्याऊ से महमदाबाद के लोगों को आंशिक लाभ हुआ, लेकिन मानिकपुर के लोग अब भी परेशान हैं. ———— लोगों का दर्द गर्मी में जलस्तर नीचे जाने से सभी वर्ग के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. सरकारी स्तर पर कोई सुविधा नहीं है. निकिता सहाय, मानिकपुर ———— बार-बार आंदोलन का नतीजा हुआ कि महमदाबाद में प्याऊ लगाया गया, लेकिन मानिकपुर में डीप बोरिंग को शुरू नहीं किया जा सका है. हरिशंकर सहाय, मानिकपुर ———– मानिकपुर, महमदाबाद व आसपास मोहल्ले में पिछले तीन साल से पेयजल संकट व्याप्त है. कभी-कभी पानी टैंकर भेजा जाता है. अब वो भी नहीं. सुशील मंडल, मानिकपुर ————— मानिकपुर दुर्गा स्थान में डीप बोरिंग ठीक से नहीं कराया जा रहा है. खराब ग्रेबुल डाला जा रहा है. नया बोरिंग करने में लेटलतीफी से लोग परेशान हैं. चंदन सहाय, मानिकपुर ——— पेयजल संकट को दूर कराने के लिए कई बार आवाज उठा चुके हैं. मेयर से लेकर नगर आयुक्त को अवगत करा चुके हैं. अब तक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं मिली. सौरभ मिश्रा, मानिकपुर ————— कहते हैं पार्षद पिछले पांच साल से पुराना डीप बोरिंग खराब होता रहा. इसके बाद नया डीप बोरिंग लगाने के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखते रहे. अब नया डीप बोरिंग चालू करने में देरी हो रही है. महमदाबाद में नया प्याऊ लगाकर जलापूर्ति बहाल की गयी है. फिर भी टैंकर की मांग की जा रही है. पंकज गुप्ता, पार्षद, वार्ड 50 —————
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