मौलानाचक स्थित सुप्रसिद्ध सूफी हजरत शहबाज मोहम्मद रहमतुल्लाह अलैह का सालाना 397वां उर्स-ए-पाक 21, 22 व 23 अगस्त को मनाया जायेगा. इस अवसर पर मदरसा जामिया शहबाजिया से कुरान-ए-पाक हिफ्ज कर चुके नौ हाफिज की दस्तारबंदी की जायेगी. इसमें सुलतानगंज के मो शहरेयार, खड़हारा बांका के मो नवेद रजा, मोअज्जमचक के मो ओवैस हसन, महंगामा के मो दिलशाद रजा, राजनगर मधुबनी के मो आशिक हुसैन, माछीपुर के मो अहमद शहबाज व मो अबुतालिब अशरफी, बंसीटिकर के मो मानिक हसन व कबीरपुर के मो आरिफ शहबाजी है. इसके अलावा फाजिल की पढ़ाई पूरा कर चुके पूर्णिया के मो हसनैन शहबाजी, बांका के मो फैजान शहबाजी, मो दानिश शहबाजी व मो इजराईल शहबाजी की भी दस्तारबंदी की जायेगी. दूसरी तरफ उर्स-ए-पाक को लेकर खानकाह-ए-शहबाजिया में तैयारी जोरों पर की जा रही है. खानकाह कैंपस को सजाने व संवारने का काम किया जा रहा है. तीन दिनों तक चलने वाले उर्स-ए-पाक का झंडोत्तोलन से शुरूआत किया जायेगा. दूसरे दिन दरगाह शरीफ पर चादरपाेशी व जलसा का आयोजन किया जायेगा. कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से उलेमा-ए-दीन व शायर शिरकत करेंगे. अंतिम दिन शमा-ए-महफिल का भी आयोजन किया जायेगा. सारे कार्यक्रम की अध्यक्षता सज्जादानशीन सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी करेंगे. आकर्षण का केंद्र होगा खानकाह का प्रवेश द्वार – खानकाह-ए-शहबाजिया में प्रवेश करने वाला मुख्य द्वार आकर्षण का केंद्र होगा. हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में प्रवेश करने वाले द्वार की तर्ज पर ही तैयार किया गया है. रंग-बिरेंगे बल्ब से सजाया गया है. द्वार के ऊपर बड़े व छोटे गुंबद बनाये गये है,जाे दूर से ही लोगों को नजर आता है.
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