सुल्तानगंज-देवघर के रास्ते में कांवरियों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा, सबसे अधिक ये रही है वजह…
सुल्तानगंज-देवघर के बीच कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है. सबसे अधिक किस वजह से कांवरियों की जान जा रही है , जानिए...
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में सुल्तानगंज से उत्तरवाहिनी गंगा का जल भरकर कांवर अपने कांधे पर लेकर शिवभक्त बाबाधाम देवघर जा रहे हैं. कांवरियों का जत्था रोज बड़ी तादाद में अजगैवीनगरी से रवाना हो रहा है.सुल्तानगंज से लेकर देवघर तक कांवरिया पथ केसरियामय है. एक तरफ जहां शिवभक्तों में कांवर यात्रा को लेकर उत्साह भरा हुआ है तो दूसरी तरफ कई कांवरिये हादसे का भी शिकार हो रहे हैं. कांवर यात्रा के दौरान ही अलग-अलग घटना में कांवरियों की मौत के मामले सामने आते रहे हैं. बुधवार को एक और कांवरिया की मौत रास्ते में हो गयी.
कोई करंट से तो कोई हर्ट अटैक से गंवा गए जान
सुल्तानगंज से देवघर जा रहे कांवरियों पर अभी मौसम मेहरबान है. हालांकि श्रावणी मेला के शुभारंभ होने के बाद से अबतक कई कांवरियों की मौत भी रास्ते में ही हो चुकी है. कोई श्रद्धालु करंट की चपेट में आकर अपनी जान गंवा गया तो किसी को दिल का दौरा पड़ गया जिससे उसकी मौत हो गयी. करंट से जान गंवाने वाले दो मामले अबतक सामने आए हैं. श्रावणी मेला के शुरुआती दौर में ही एक कांवरिया दुकान में लगे पंखे के नंगे तार के संपर्क में आ गया और उसकी मौत हो गयी थी. जबकि हाल में एक कांवरिया बस की छत पर त्रिपाल हटा रहा था और हाईवोल्टेज करंट वाले तार की चपेट में आकर उसकी मौत हो गयी थी. लेकिन इससे भी अधिक मौत दूसरी घटनाओं में हुई है.
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हर्ट अटैक से एक और कांवरिया की मौत
दरअसल, दिल का दौरा पड़ने से कई कांवरियों की मौत हुई है. बुधवार को छत्तीसगढ़ के एक कांवरिया की हार्ट अटैक से मौत हो गयी. बांका जिला अंतर्गत सुईया थाना क्षेत्र अंतर्गत कांवरिया पथ पर सतलेटवा के समीप छत्तीसगढ़ राज्य के सक्ती जिला अंतर्गत डभरा थाना क्षेत्र के कौउली गांव निवासी चमार सिंह पटेल के 48 वर्षीय पुत्र सुंदर लाल पटेल की मौत हो गयी. वो कांवर लेकर बाबाधाम जा रहे थे. उनके साथ उनके गांव के ही तीन और साथी कांवरिया थे. गत 5 जुलाई सोमवार की रात्रि कांवर उन्होंने उठाया था. अचानक रास्ते में हर्ट अटैक होने से उनकी मौत हो गयी.वो चलते-चलते ही कांवर सहित गिरकर बेहोश हो गये.आनन-फानन में रेफरल अस्पताल कटोरिया उन्हें एंबुलेंस से लाया गया लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
पहले भी हर्ट अटैक से जा चुकी है कांवरियों की जान
गौरतलब है कि हर्ट अटैक से पूर्व में भी दो कांवरियों की मौत कांवरिया पथ पर हो चुकी है. हाल में ही कटोरिया देवघर मुख्य मार्ग पर इनारावरण स्थित भूतनाथ धर्मशाला में रात्रि विश्राम के दौरान भागलपुर जिला के रहने वाले एक 60 वर्षीय श्रद्धालु की मौत हर्ट अटैक से हो गयी थी. जबकि इससे पहले भी एक मामला सामने आया जब सुइया थाना अंतर्गत अबरखा में दलसिंहसराय धर्मशाला के पास मुंगेर जिला निवासी एक 65 वर्षीय कांवरिया की मौत हुई थी.वहीं एक कांवरिया की हत्या भी पहले कांवरिया पथ पर हो चुकी है.