सबौर के कुरपट में बनेगा इएसआइसी अस्पताल, जमीन का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा

सबौर प्रखंड के कुरपट गांव में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (इएसआइसी) का अस्पताल खुलेगा. अस्पताल के लिए चिह्नित की गयी जमीन का प्रस्ताव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पटना को भेज दिया गया है. इसके साथ ही जमीन के कारण बहुत पहले से फंसी हुई योजना का रास्ता खुल गया है. इसकी तैयारी सात वर्ष पहले 2017 से ही चल रही थी.

By Prabhat Khabar Print | July 4, 2024 9:59 PM

सबौर प्रखंड के कुरपट गांव में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (इएसआइसी) का अस्पताल खुलेगा. अस्पताल के लिए चिह्नित की गयी जमीन का प्रस्ताव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पटना को भेज दिया गया है. इसके साथ ही जमीन के कारण बहुत पहले से फंसी हुई योजना का रास्ता खुल गया है. इसकी तैयारी सात वर्ष पहले 2017 से ही चल रही थी. जब-जब भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय जिला प्रशासन को पत्र भेजता था, जमीन ढूंढ़ने का काम शुरू हो जाता था और फिर फाइल दब जाती थी. एक बार फिर जगदीशपुर, नाथनगर, सबौर, सुलतानगंज व गोराडीह के सीओ को पांच एकड़ जमीन इएसआइसी अस्पताल के लिए ढूंढ़ने का निर्देश दिया गया. आखिरकार यह जमीन सबौर के कुरपट में मिली.

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कुरपट मध्य विद्यालय की 4.81 एकड़ जमीन पर बनेगा अस्पताल

इएसआइसी अस्पताल के लिए जो जमीन चिह्नित की गयी है, वह सबौर के कुरपट मध्य विद्यालय के नाम से है. यह बिहार सरकार की भिठ किस्म की जमीन है. जमीन का रकबा 4.81 एकड़ है. अब इस जमीन को इएसआइसी अस्पताल के नाम से ट्रांसफर किया जायेगा. ट्रांसफर हो जाने के बाद अस्पताल के निर्माण की कार्रवाई शुरू हो जायेगी. कर्मचारी राज्य बीमा से बीमित कर्मचारियों का यहां इलाज होगा.

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सदर अस्पताल में निर्माण का निर्णय, जिस पर नहीं बन पायी थी सहमति

भागलपुर में प्रस्तावित इएसआइसी अस्पताल भवन के निर्माण के लिए वर्ष 2017 में नक्शा तैयार किया गया था. इसको स्वीकृति के लिए तत्कालीन एडीएम (राजस्व) हरिशंकर प्रसाद ने पटना भी भेज दिया था. सदर अस्पताल में जगह चिह्नित की गयी थी. यहां 50 डिसमिल में भवन बनाने का निर्णय लिया गया था. कॉरपोरेशन मीटिंग में इएसआइसी अस्पताल बनाने का फैसला लेने के बाद जमीन चिह्नित की गयी थी. सूत्र बताते हैं कि इस जमीन पर सहमति नहीं बन पायी थी. इसके बाद दूसरी जगह की तलाश शुरू हुई थी.

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ऐसा होगा अस्पताल

इएसआइसी अस्पताल 100 बेड का बनेगा. डिस्पेंसरी भी डेवलप किया जायेगा. सुविधा के मामले में इएसआइसी अस्पताल जेलएनएमसीएच को टक्कर देगा. जिले में सरकारी और गैरसरकारी महकमे के तकरीबन 10 हजार कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा.

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