जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने सोमवार को सबौर-कहलगांव सड़क (एनएच-80) निर्माण को लेकर अपने कार्यालय में बैठक की. डीएम ने कहा कि जब संवेदक के पास निर्माण सामग्री उपलब्ध हो, तभी सड़क की खुदाई की जाये. जिस खंड में निर्माण कार्य किया जाना है उससे अधिक दूरी में खुदाई नहीं की जाये. एक खंड का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही दूसरे खंड की खुदाई की जाये.
सड़क निर्माण में विलंब को लेकर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की. एजेंसी के प्रबंध निदेशक को चेतावनी देते हुए कहा कि निर्धारित समयसीमा के अंदर निर्माण कार्य पूरा किया जाये. जहां भी निर्माण काम हो रहा है, वहां सड़क निर्माण के लिए बनाये गये प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत पालन हो. धूल के लिए पानी का छिड़काव किया जाये. विभिन्न प्रकार की सूचना व चेतावनी के लिए जगह-जगह पर साइनेज लगाये. उन्होंने कहा कि 48 घंटे के अंदर निर्माणाधीन पथ में साइनेज लगाते हुए आवश्यक प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जाये. उन्होंने एक पुलिया का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें रेलिंग नहीं बनाया गया है. 48 घंटे के अंदर वहां रेलिंग बनाने का निर्देश दिया. ऐसा नहीं करने पर संबंधित एजेंसी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया.
डीएम ने कहा कि जहां भी सड़क निर्माण के लिए लंबी दूरी तक सड़क खोदा गया है, जहां तक सड़क संकरा है वहां तत्काल अगल-बगल में मिट्टी या मलबा डाल कर सड़क चौड़ी की जाये. निर्माण के समय उसे हटा लिया जाये. उन्होंने एनएच के कार्यपालक अभियंता बृजनंदन कुमार को कहा कि संवेदक से वर्क प्लान लिखित में मांगें. सड़क डायवर्सन के लिए एजेंसी द्वारा जितने दिनों के लिए समय की मांग की जाती है, उतने दिनों में सड़क निर्माण कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए. इस मौके पर जिला परिवहन पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद सिंह, एडीएम (पीजीआरओ) एसके रंजन, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता व सभी कनीय अभियंता भी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है