कंट्रोल एंड कमांड के नाराज ऑपरेटरों ने प्रमंडलीय आयुक्त को सौंपा ज्ञापन, की कार्रवाई की मांग

कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में काम करने वाले ऑपरेटरों की वेतन वृद्धि की मांग पूरी तो हुई नहीं, बदले में उन्हें अपने अधिकारियों की बेरुखी का सामना करना पड़ा.

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2024 1:57 AM

ऑपरेटरों ने शापूरजी पालोनजी के प्रोजेक्ट मैनेजर पर लगाये कई आरोपवरीय संवाददाता, भागलपुर

कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में काम करने वाले ऑपरेटरों की वेतन वृद्धि की मांग पूरी तो हुई नहीं, बदले में उन्हें अपने अधिकारियों की बेरुखी का सामना करना पड़ा. इसके मद्देनजर ऑपरेटरों ने मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त काे ज्ञापन सौंपा. ऑपरोटरों ने आरोप लगाया है कि कार्य अवधि के दौरान शापूरजी पालोनजी के प्रोजेक्ट मैनेजर आकाश कुमार से वेतन के संबंध में बातचीत के दौरान अभद्र व्यवहार कर निकाल दिया गया है, जबकि उनसे आश्वासन मिला था कि ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद वेतन वृद्ध कर दी जायेगी. तत्काल 10,686 रुपये दिये जायेंगे. इस शर्त पर अपना-अपना योगदान कंपनी में दिया था और छह माह से ऑपरेटर पद पर कार्यरत हैं. कंपनी द्वारा टीम लीडर का वेतन करीब तीन माह पूर्व बढ़ा दिया गया है, तो हमलोगों में भी आस जगी कि वेतन बढ़ जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. करीब 10 दिन पूर्व हमलोगों ने अपने टीम लीडर से वेतन के संबंध में बातचीत की, तो उन्होंने सीधे प्रोजेक्ट मैनेजर से बात करने की कहकर पल्ला झाड़ लिया. उन सभी ने आरोप लगाया कि वेतन वृद्धि के संबंध में जब बीते सोमवार को बात करने गये, तो वो उग्र हो गये और अभद्र व्यवहार करते हुए कंपनी से निकल जाने को कहा. इस दौरान उन्होंने अपने रिश्ते व पहचान के लड़के को सम्मानपूर्वक व्यवहार करते हुए अपने काम पर रहने को कहा. यह भी आरोप लगाया कि छोटी-छोटी बात पर मानसिक प्रताड़ना देते हैं, खौफ दिखाते हैं. सभी ने मामले की जांच पड़ताल कर उज्ज्वल भविष्य बनाने की मांग की है. प्रोजेक्ट मैनेजर की ओर से बताया जा रहा है कि जो काम करने के योग्य नहीं है, वही खिलाफ में है. प्रोविजनल पीरियड में वेतन बढ़ोतरी नहीं होती है.

धक्का-मुक्की का तेजी से वायरल हो रहा वीडियो

वेतन वृद्धि की मांग के दौरान कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में ऑपरेटरों के साथ धक्का-मुक्की का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें स्पष्ट दिख रहा है कि किस तरह से समझाने के नाम पर ऑपरेटरों पर दबाव डाला जा रहा है. फिर किस तरह से धक्का-मुक्की होने लगती है. इस संबंध में स्मार्ट सिटी कंपनी के सीजीएम संदीप कुमार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला. पीआरओ पंकज कुमार ने भी पूछने पर कोई जवाब नहीं दिया.

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