टीएमबीयू के पूर्व रजिस्ट्रार डाॅ विकास चंद्रा के साथ 12 नवंबर काे उनके चेंबर में हुई मारपीट के मामले में आरोपित कर्मचारियाें के हुए तबादला व की गयी प्राथमिकी वापस लेने की मांग जोर पकड़ने लगा है. इसे लेकर मंगलवार तक विवि प्रशासन की तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया है. बताया जा रहा है कि बुधवार को विवि, पीजी व कॉलेजों के कर्मचारी आपात बैठ कर आगे की निर्णय लेंगे. कर्मचारियाें ने पिछले सप्ताह बैठक कर विवि प्रशासन से कर्मचारियों का तबादला व प्राथमिकी वापस लेने के लिए तीन दिसंबर तक का समय दिया था. इस बाबत विवि के कर्मचारियाें ने छह दिन पहले प्रशासनिक भवन का काम ठप कर धरना भी दिया था. कर्मचारियों ने कहा था कि प्राथमिकी व तबादला वापस नहीं होने की स्थिति में विवि का काम ठप करेंगे. सीनेट सदस्य रंजीत कुमार ने कहा कि मारपीट मामले में चार कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. उनकी जमानत की याचिका पर काेर्ट में मंगलवार काे सुनवाई नहीं हाे पायी.अब छह दिसंबर काे जमानत की अर्जी पर सुनवाई होगी. कर्मचारी संघ के महासचिव सह सीनेट सदस्य रंजीत कुमार ने कहा कि पूर्व रजिस्ट्रार की पिटाई के आरोप में उनका तबादला एसएसवी कॉलेज कहलगांव कर दिया गया है. विवि के कर्मचारी बैठक बुलाते हैं, तो उनका निर्णय है. इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वहीं, विवि रजिस्ट्रार डॉ रामाशीष पूर्वे ने कहा कि कर्मचारियाें की मांग पर काेई निर्णय अभी नहीं लिया जा सका है. सोमवार को विवि के ज्यादातर अधिकारी एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए बाहर गये थे. मंगलवार काे विवि में अवकाश था. बुधवार को विवि खुलने पर इस दिशा में वरीय अधिकारी से बात की जायेगी.
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