गांधी के रास्ते देश को आगे ले जाने के लिए कृत संकल्पित
राष्ट्रपति महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर जिले के विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग सामाजिक संगठनों की ओर से विविध आयोजन किये गये.
राष्ट्रपति महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर जिले के विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग सामाजिक संगठनों की ओर से विविध आयोजन किये गये. सभी कार्यक्रमों में दोनों विभूतियों को शिद्दत से याद किया गया. श्रद्धांजलि अर्पित की गयी.
गांधी शांति प्रतिष्ठान की ओर से विश्व अहिंसा दिवस सह गांधी जयंती समारोह का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता ऐनुल होदा ने की, तो मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति डॉ फारूक अली थे. मुख्य वक्ता अंतर्राष्ट्रीय गांधी हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति डॉ मनोज कुमार थे. डॉ फारूक अली ने कहा कि सत्ता कभी हमारे काम की नहीं रही है और आज भी नहीं है, लेकिन कल और आज में बहुत फर्क है. हम ईमानदारी पूर्वक श्रद्धा भाव से गांधी के विचार को अंगीकार करते हुए गांधी के रास्ते देश को आगे ले जाने के लिए कृत संकल्पित हैं. स्कूलों में गांधी कार्यक्रम प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया. मुख्य वक्ता डॉक्टर मनोज कुमार ने कहा कि गांधी कोई व्यक्ति नहीं वह एक विचार है और विचार कभी नहीं मरता. धन्यवाद ज्ञापन सह सचिव संजय कुमार ने किया.
इस मौके पर सचिव वासुदेव भाई, राम रतन चूड़ी वाला, अनीता शर्मा, वीणा सिन्हा, रूपा रानी शाह, रेणु देवी, उमा घोष, प्यारी देवी, इम्तियाज उल हक, संजीव, कौशल कुमार, जिमी हमीदी, मिंटू कलाकार उपस्थित थे.रोटरी क्लब ऑफ भागलपुर
रोटरी क्लब ऑफ भागलपुर की ओर से गांधी जयंती के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय बाल निकेतन में बाढ़ पीड़ितों के बीच खाद्य पदार्थों का वितरण किया गया. प्रो मिथिलेश सिन्हा ने बताया कि एक-एक पैकेट में तीन किलो चूड़ा, एक किलो मिक्सचर, सरसों का तेल, बिस्कुट का पैकेट एवं नमक आदि दिये गये. इस मौके पर डॉ अंजना प्रकाश, डॉ अभिषेक सिंह, आरके झा, सचिव अशोक लोहिया, अरविंद तिवारी, नंदकिशोर सिंह, विनोद वैद्य, एनसी झा एवं डॉ राजेश कुमार उपस्थित थे.———–
समवेत ने किया सुनो गौर से नाटक का मंचनसमवेत की ओर से सैंडिस कंपाउंड परिसर तथा बैजानी में विक्रमकांत लिखित एवं निर्देशित नाटक सुनो गौर से ” गीत तथा संवाद का आयोजन किया गया. नाटक में पर्यावरण पारिस्थितिकी के मुद्दे को प्रमुख रूप से उठाया गया. नाटक में नन्दलाल ,सुनील कुमार मंडल, राज नारायण, सन्नी कुमार, प्रभाष कुमार, प्रेम आदि कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभायी. वहीं स्वाभिमान ने गांधी व शास्त्री की जयंती पर कार्यक्रम किया. जगतराम साह कर्णपुरी, दिलीप दास, महेंद्र दास, शिवम कुमार, राजेश झा, अजय शंकर, जवाहरलाल मंडल आदि उपस्थित थे.
पीस सेंटर परिधि व जनप्रिय ने किया सांस्कृतिक कार्यक्रमपीस सेंटर परिधि, जनप्रिय भागलपुर और कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन स्टेशन चौक भागलपुर में किया गया. कलाकेंद्र के छात्र छात्राओं ने रंगोली के माध्यम से गांघी जी की जमीन पर तस्वीर बनायी. इसे बनाने में कृषिका गुप्ता, मृदुला सिंह, सौरभ कुमार पासवान आदि शामिल थे. इस मौके पर निदेशक उदय, राहुल, डॉ श्रीकांत प्रसाद, उज्जवल कुमार घोष,अर्णव कुमार,मनोज कुमार, सुषमा, विनय कुमार, श्रुति सुरभि, अभिषेक, चित्रकार विजय कुमार साह, अनिरुद्ध, ललन, रेखा कुमारी, पिंकी देवी, रागिनी , पूजा, सोनाक्षी, बाबूलाल पासवान, श्रवण साहनी आदि उपस्थित थे. इधर दृष्टि विहार ने टीएनबी कॉलेज मैदान मे बाढ़ग्रस्त बच्चों के बीच बिस्कुट एवं जलेबी का वितरण किया गया. सचिव दिलीप कुमार सिंह, साजिया खातून, सद्दाम, पूजा कुमारी , सावित्री,काजल आदि का योगदान रहा.
————नागरिक विकास समिति ने किया सेमिनार
नागरिक विकास समिति ने सेमिनार का आयोजन किया. अध्यक्षता रमन कर्ण ने की. वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री आज भी प्रासंगिक है. सचिव सत्यनारायण प्रसाद, सलाहकार मो जियाउर रहमान ने कहा कि सामाजिक समरसता एवं सद्भावना के लिए गांधी जी कृत संकल्पित थे. नीरज जायसवाल ने कहा कि कल भी और आज भी अंतरराष्ट्रीय हीरो के रूप में गांधी जी का लोग सम्मान करते हैं, शास्त्री जी सामाजिक बदलाव के दिशा में काफी काम किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है