मिहिर,भागलपुर: दमकल विभाग ने लोगों की मदद के लिए कुछ साल पहले एक नंबर जारी किया था. सोच थी कि इस नंबर पर कॉल कर लोग आग की सूचना देंगे, लेकिन इस नंबर का भरपूर उपयोग मनचलों ने उठाया. दमकल विभाग के हेल्प लाइन नंबर पर कॉल कर खास कर युवा-युवतियां सीधे कहती थी दिल में आग लगी है आओं जल्दी बुझा दो. कुछ इस तरह का हाल पुलिस के साथ भी बुधवार को हुआ.
सरकार ने खास कर सुरक्षा को लेकर डायल 112 की शुरुआत की. बुधवार को पचास से ज्यादा कॉल इस नंबर पर आया, लेकिन एक भी कॉल आपराधिक घटना को लेकर नहीं था बल्कि यह जानने के लिए किया गया कि पुलिस कॉल करने के कितनी देर बाद पहुंचती है. कॉल करने वालों की माने तो एक भी पुलिस वाहन कॉल करने के 15 मिनट के अंदर नहीं पहुंची.
तातारपुर इलाके से आयी कॉल के बाद आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस. पुलिस जब जांच के बाद यहां से निकली तो कॉल करने वाला व्यक्ति सामने आ गया. नाम नहीं छापने की शर्त पर उसने कहा कि हम देखना चाहते थे की समय पर पुलिस आती है या नहीं, आप को भी दिखा दिये न पुलिस समय पर यहां भी नहीं आती है. जबकि कहा गया था कि डायल 112 की निगरानी पटना से हो रही है. खुशी इस बात की है देर से ही सही पुलिस आयी.
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डायल 112 पर अगर कॉल करना है तो आप को सबसे पहले अपने सिम के बारे में सोचना होगा. बुधवार को एयरटेल से कॉल इस पर नहीं लग रहा था. आइडिया, बीएसएनएल और वोडा सिम से कॉल लग रहा था. जिले में डायल 112 नंबर के 12 वाहन है.
बुधवार सुबह से ही पुलिस को कॉल पर कॉल आ रहा था. यह देख पुलिस वालों ने भी सोचा अब ज्यादा काम सुरक्षा को लेकर होगा. कॉल आने के बाद वाहन चालक तेजी से गाड़ी लेकर निकलते चले गये. जाम से निकलते पुलिस लेट हो गयी. जब घटना स्थल पर पहुंची, तो पता चला 15 से 30 मिनट हो चुका है. जिस जगह का पता बताया गया था वहां के लोगों से पूछताछ करने में पुलिस लग गयी. किसी ने भी घटना को लेकर कोई जानकारी पुलिस को नहीं दी. पुलिस गाड़ी आगे निकल गयी.
Published By: Thakur Shaktilochan