नहीं मिला रोजगार, फीका पड़ा त्योहार
नवगठित नवादा पंचायत में मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है. रोजगार नहीं मिलने से मजदूरों का पर्व त्योहार फीका पड़ गया है
नवगठित नवादा पंचायत में मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है. रोजगार नहीं मिलने से मजदूरों का पर्व त्योहार फीका पड़ गया है. अबजूगंज पंचायत से कट कर वर्ष 2021 में पंचायत चुनाव में नवादा नवगठित पंचायत बना. योजना की एंट्री नहीं होने से यहां के मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है. मजदूर अजीत कुमार, सोनेलाल, मुकेश कुमार, चतुरदेव मंडल, कंपनी सिंह, भृगु मंडल व मुखिया प्रतिनिधि प्रभाकर कुमार ने बताया कि योजना की एंट्री नहीं हो रही है, जिससे मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. मनरेगा का कार्य नहीं किया जा रहा है. विकास कार्य प्रभावित है. गत नौ माह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. – डीडीसी को पत्र भेज कर मुखिया ने की समस्या समाधान की मांग मुखिया वंदना रानी ने डीडीसी को पत्र भेज समस्या समाधान की मांग की है. मुखिया ने बताया कि अबजूगंज पंचायत के एक से आठ वार्ड तक परिसीमन को ग्रामीण क्षेत्र से काट कर नप में शामिल किया गया. नवगठित नवादा पंचायत में छह वार्ड नया बना. एमआइएस पर योजना की एंट्री नहीं हो रही है. पंचायत का विकास कार्य बाधित है. मनरेगा मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है. मजदूरों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो रही है. अबजूगंज पंचायत के जॉब कार्ड को अनफ्रीज करने की मांग की है, जो अभी तक नहीं हो पाया है. जॉब कार्ड ग्राम पंचायत अबजूगंज में जो वर्तमान नप क्षेत्र सुलतानगंज में है. जब तक जॉब कार्ड अनफ्रीज नहीं होगा, तब तक ग्राम पंचायत नवादा में नया जॉब कार्ड नहीं बनेगा. नवादा पंचायत के मजदूरों को रोजगार मिल सके, इसके लिए अविलंब समस्या समाधान का अनुरोध किया है. प्रधानमंत्री आवास योजना के नये लाभुक का आवास प्लस में नाम जुड़वाने की मांग की गयी, ताकि यहां के लोगों को आवास योजना का लाभ मिल सके. मुखिया ने बताया कि समस्या समाधान होने से मजदूर को पंचायत में ही रोजगार मिलता और मजदूरी का भुगतान किया जाता.
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