कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार एवं जिला प्रशासन भागलपुर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2025 के तहत दो दिवसीय जिला स्तरीय युवा उत्सव का समापन रविवार को टाउन हॉल में हो गया. युवा उत्सव में शास्त्रीय गायन व एकल लोकगीत में दिलजीत का जलवा रहा, तो मूर्तिकला में दीपक रोशन व चित्रकला में रानी रत्नमाला श्रेष्ठ रहीं. इसके अलावा अन्य विधा की प्रतियोगिता के प्रतिभागियों का चयन किया गया. डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह ने चयनित कलाकारों को प्रमाणपत्र व मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया.
कला संस्कृति पदाधिकारी अंकित रंजन ने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन लोक संगीत, लोक नृत्य, चित्रकला, फोटोग्राफी और मूर्तिकला की प्रतियोगिता हुई. युवा उत्सव के दूसरे दिन कहानी लेखन, कविता, वक्तृता- भाषण, लघु नाटक, शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय वाद्य वादन, हारमोनियम-सुगम प्रतियोगिता हुई. इसमें भागलपुर के अनेक विद्यालय, विश्वविद्यालय एवं संस्थानों से सैकड़ों बच्चों ने भाग लिया.
डॉ विजय कुमार मिश्र व छाया पांडेय अंगिका में एंकरिंग करते हुए कुछ इसी तरह दर्शकों का अभिनंदन करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा रखी, जो आखिर तक अंगिका भाषा में ही उद्घोषित होता रहा. यह पहला मौका था, जब किसी सरकारी कार्यक्रम में अधिकृत रूप से अंगिका भाषा बोली जा रही थी. प्रतियोगिता की चयन समिति के रूप में कलाकार नवल किशोर राय, छायाकार शशि शंकर, श्रीकृष्णा कलायन कला केंद्र की निदेशक सह लोक नृत्यांगना श्वेता सुमन, मंजूषा गुरु मनोज कुमार पंडित, लोक गायक अरविंद यादव व डीपीआरओ नगेंद्र गुप्ता शामिल हुए.
———–प्रथम स्थान पानेवाले प्रतिभागी, जो अब राज्य स्तर पर देंगे अपनी प्रस्तुति
दिलजीत कुमार, शास्त्रीय गायन,एकल
किलकारी रंग मंडली/नाटकमोनिका कुमारी/ समूह लोक नृत्य
दीपक रोशन /मूर्ति कलारानी रत्नमाला /चित्रकला
अनुराग कुमार /फोटोग्राफीदिलजीत कुमार एकल लोकगीत
सौरभ कुमार पांडे एवं समूह /समूह लोकगीतअमन कुमार /हारमोनियम सुगम
अभिज्ञान पाठक /शास्त्रीय वाद्य वादन एकलकंचन कुमारी /भाषण
सूर्यांश साकेत/ कहानी लेखनअर्पित चौधरी /कविता
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