बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा 10 जुलाई को राज्य में स्थित हवाई अड्डों के विकास की समीक्षा करेंगे. इसके लिए बिहार सरकार के सिविल विमानन निदेशालय के निदेशक ने हवाई अड्डों की रिपोर्ट मांगी थी. डीएम ने भागलपुर के दो हवाई अड्डों की रिपोर्ट निदेशालय को भेजी है. पहला हवाई अड्डा, जो पहले से नगर निगम क्षेत्र में स्थित है और दूसरा गोराडीह में प्रस्तावित हवाई अड्डा की रिपोर्ट भेजी है. पहले से बने हवाई अड्डा की चहारदीवारी और यात्री विश्राम भवन पूर्ण है. रनवे निर्माण की स्थिति प्रक्रिया में है. एयरपोर्ट संचालित नहीं है. इसके बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरपोर्ट के संचालन के लिए संसाधन और आधारभूत संरचना की आवश्यकता है. वहीं नये एयरपोर्ट के लिए गोराडीह में सरकारी व रैयती भूमि उपलब्ध है, जिन्हें चिह्नित कर एक प्रस्ताव 07.06.2024 को विभाग को भेजा गया है. विभाग की सहमति का इंतजार है. हवाई अड्डा के लिए गोराडीह में कुल 692.43 एकड़ जमीन में हवाई अड्डा बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है. इसमें वर्तमान में सरकारी भूमि 284.43 एकड़ है, जबकि रैयती (निजी) भूमि 408 एकड़ शामिल है. जमीन का अर्जन तभी शुरू होगा, जब निदेशालय की अनुमति मिलेगी. अगर हवाई अड्डा इस जमीन पर बनता है, तो भागलपुर-गोराडीह सड़क इसका मुख्य मार्ग होगा. जो जमीन चिह्नित की गयी है, उसमें तीन मौजे सरकार अमानत, खरवा व चौमुख हैं.
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