चौवनिया दियारा के विंदेश्वरी महतो ने बताया कि उनके मुखिया ने खुद पदाधिकारी को बताया कि गांव का पानी सूख गया है. इसलिए भोजन व्यवस्था बंद कर दी गयी. जबकि अब तो पानी फिर बढ़ने लगा है. यदि पानी की स्थिति स्थिर रहेगी, तो भी दुर्गा पूजा से पहले घर लौटने की स्थिति नहीं है. गांव में अभी ठेहुना भर पानी है. चारों तरफ अव्यवस्था है. सोमवार को भी टीएनबी कॉलेजिएट से कचरा का उठाव नहीं हुआ. केवल नगर निगम की ओर से पानी का टैंकर भेजा रहा है. आशा देवी ने बताया कि भोजन के लिए जो टेंट व पंडाल बनाया गया था, उसे लगभग खोल लिया गया. कुछ बांस बांकी है. अब तो रूखा-सूखा खाकर रहने को विवश हैं. बाढ़ से बचाकर लाये गये अनाज से भोजन पका रहे हैं, जो कि अधिक दिन नहीं टिकेगा. कई बाढ़पीड़ित एक जगह जुटकर अपना-अपना आधार कार्ड जमा कर रहे थे, ताकि सरकारी लाभ मिल सके.
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