भागलपुर में बुनकरों के उत्थान के लिए समाहरणालय स्थित समीक्षा भवन में सोमवार को बैठक की गयी. बैठक में कई निर्णय लिये गये. बुनकरों की समिति गठित की जायेगी. बिजली समस्या के निदान के लिए पोर्टल बनाया जायेगा. बैठक में डीएम, डीडीसी, सदर एसडीओ, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक, यूको बैंक के अग्रणी जिला प्रबंधक, विभिन्न विभाग के पदाधिकारी, बुनकर प्राथमिक समिति संघ के अध्यक्ष आदि भाग लिये. रेशम भवन में स्थित स्टॉल के किराया पर चर्चा हुई. सदर एसडीओ ने यह सूचना दी कि रेशम भवन में स्थित स्टॉल की किराया दर जल्द निर्धारित कर दी जायेगी. भागलपुर के बुनकरों के उत्थान के लिए जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने पूंजी के अभाव को पूरा करने के लिए पीएमइजीपी योजना, प्रधानमंत्री बुनकर मुद्रा योजना व अन्य योजनाओं से भागलपुर बुनकरों को जोड़ कर सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने पर काफी जोर दिया.
सभी बैंकों को निर्देश, ऋण देने की सुविधा सरल करें
भागलपुर के सभी बैंकों को डीएम ने निर्देश दिया कि भागलपुर के बुनकरों को ऋण देने के लिए ज्यादा सरल सुविधा प्रदान करें. जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक ने कहा कि जिले में अब तक 28,137 स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है. इन समूहों से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहनेवाले तीन लाख 35 हजार 122 परिवारों को जोड़ा गया है. जिले में गठित 28,137 समूहों में से 27,635 समूहों का बैंकों में बचत खाता खुलवाया गया है. वहीं 26,626 समूहों को बैंकों द्वारा बैंक ऋण उपलब्ध कराये गये हैं. जिलाधिकारी ने समूहों को बैंक ऋण का द्वितीय और तृतीय किश्त उपलब्ध करने का निर्देश दिया. ————-इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने का निर्णय
–धागा मिल रेट प्राइस की व्यवस्था हो–सिल्क कपड़ों की बिक्री के लिए मार्केटिंग की व्यवस्था हो–बुनकर समिति का गठन हो–बुनकरों के उत्पादन और समस्या का निदान हो–कच्ची सामग्री की उपलब्धता हो–बुनकरों का प्रशिक्षण आरसेटी से हो–सहकारी संस्थान बनाना, जिससे दर व गुणवत्ता की सही तरीके से मापदंड तैयार हो–बिजली आपूर्ति की समस्या के लिए एक पोर्टल बनेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है