Bihar News: भागलपुर के मायागंज स्थित JLNMCH अस्पताल में शुक्रवार की देर रात को बवाल मचा रहा. सड़क हादसे में जख्मी दो लोगों को अस्पताल लाया गया था जिसमें एक व्यक्ति को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद मृतक के परिजनें ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए उनके साथ मारपीट की. इस मारपीट में एक डॉक्टर गंभीर रूप से जख्मी हो गए. इधर, घटना की जानकारी मिलने पर कई थानों की टीम अस्पताल पहुंच गयी. मायागंज अस्पताल पुलिस छावनी में बदल गया. सिटी डीएसपी और एसडीएम भी मौके पर पहुंचे. पुलिस इस मारपीट मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है.
सड़क हादसे में जख्मी की मौत के बाद गरमाया मामला
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात करीब साढ़े नौ बजे अकबरनगर-शाहकुंड के बीच बाइक का नियंत्रण बिगड़ने से मकंदपुर रन्नुचक निवासी टुनटुन साह अपने दामाद कन्हैया साह के साथ सड़क हादसे में घायल हो गये. मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने पहले उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. दोनों की स्थिति गंभीर बता चिकित्सकों ने उन्हें मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया. वहां से एंबुलेंस से उन्हें मायागंज अस्पताल पहुंचाया गया. उस वक्त कुल तीन लोग थे. चिकित्सकों ने टुनटुन साह को देखते ही मृत घोषित कर दिया.
स्टूल और फायर सिलेंडर से चिकित्सकों को पीटा
इसी बीच मृतक के परिजनों के फोन करने पर 10 से 12 की संख्या में अन्य लोग भी वहां पहुंच गये. पहुंचते ही उन लोगों ने पहले एंबुलेंस चालक द्वारा ऑक्सीजन नहीं लगाने की वजह से मौत होने होने का आरोप लगाया और हंगामा करते हुए एंबुलेंस चालक को ढूंढना शुरू कर दिया. इमरजेंसी में बैठे चिकित्सकों द्वारा परिजनों को हंगामा करने से मना किया गया तो परिजनों ने चिकित्सकों के साथ झड़प शुरू कर दी. इस दौरान परिजन की ओर से आये लोगों ने हॉस्पिटल के स्टूल और फायर सिलेंडर से चिकित्सकों को पीट दिया. इसमें डॉ अवेश रहमान, डॉ सच्चिदानंद, अस्पताल गार्ड लालू कुमार सहित अन्य घायल हो गये. इस बात की जानकारी पाकर हॉस्टलों से हॉस्पिटल पहुंचे अन्य साथी चिकित्सकों ने इसका विरोध किया. इसमें परिजनों के पक्ष के दो लोगों को आंशिक चोटें आयीं हैं.
JLNMCH परिसर पुलिस छावनी में तब्दील
घटना की जानकारी मिलते ही सबसे पहले मौके पर बरारी थाना की पुलिस पहुंची थी. इसके बाद जोगसर और फिर तिलकामांझी, इशाकचक, जीरोमाइल थाना के थानाध्यक्ष दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने चिकित्सकों को शांत कराया और घटना में घायल दोनों पक्षों को इलाज करने के लिए चिकित्सकों को तैयार किया. इसके बाद सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी और एसडीएम धनंजय कुमार भी पहुंचे. उन्होंने चिकित्सकों के साथ बातचीत कर उन्हें समझाया और अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज पुनः शुरू करवाया.
सीसीटीवी फुटेज से दोषियों की होगी पहचान
सिटी डीएसपी ने चिकित्सकों से मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन की मांग की. साथ ही अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर दोषियों की पहचान करने की बात कही. देर रात अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गयी. वहीं शनिवार को जूनियर डॉक्टर एकसाथ अस्पताल अधीक्षक के पास पहुंचे और अपनी सुरक्षा को लेकर बातचीत की.