Bihar Teacher News: भागलपुर जिले के 58 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. वजह यह है कि कई बार निर्देश जारी होने के बावजूद इन 58 स्कूलों ने अभी तक आईसीटी लैब में स्थाई इंटरनेट सुविधा नहीं ली है. इसलिए सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. जमाल मुस्तफा ने सभी स्कूलों की सूची जारी कर उनके प्रधानाध्यापकों को अंतिम चेतावनी दी है. साथ ही कहा है कि अगर पत्र जारी होने के 24 घंटे के अंदर वे इंटरनेट सुविधा नहीं लेते हैं तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी.
जिले के 169 स्कूलों में है आईसीटी लैब
जिले के विभिन्न विद्यालयों में कुल आईसीटी लैब की संख्या 169 है. पिछले दिनों मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों का मॉक टेस्ट इन्हीं आईसीटी लैब में कराया गया था. अधिकांश लैब में इंटरनेट की स्थायी सुविधा नहीं होने के कारण छात्रों को मॉक टेस्ट देने में काफी परेशानी हुई.
इंटरनेट के आभाव में कार्य प्रभावित होने पर प्राचार्य होंगे जिम्मेदार
डीपीओ डॉ. मुस्तफा ने बताया कि इंटरनेट नहीं होने के कारण बच्चों का मॉक टेस्ट या मूल्यांकन कार्य प्रभावित होता है. अगर भविष्य में इंटरनेट के अभाव में ऐसा कोई कार्य प्रभावित होता है तो इसके लिए प्रधानाध्यापक जिम्मेदार होंगे. डीपीओ ने बताया कि सहायक कंप्यूटर प्रोग्रामर और डीपीएम आइसीटी को लैब के भौतिक सत्यापन का भी निर्देश दिया गया है. अगर कंप्यूटर खराब होने की वजह से टेस्ट प्रभावित होता है तो संबंधित एजेंसी के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी.
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दो अगस्त को इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स का होगा मॉक टेस्ट
2 अगस्त को छात्रों को इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए मॉक टेस्ट होगा. मालूम हो कि मॉक टेस्ट 22 जुलाई को होना था, लेकिन टीआरई 3 परीक्षा के कारण मॉक टेस्ट की तिथि बदलकर 2 अगस्त कर दी गई. मालूम हो कि मॉक टेस्ट में सफल होने वाले छात्रों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आईआईटी परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी.