शाहकुंड. बीते 10 माह से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी स्थायी रूप से नहीं रहने से डीपीओ जमाल मुस्तफा बीइओ के प्रभार में हैं. बीइओ के नहीं रहने से उनके कक्ष में सन्नाटा पसरा रहता है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. शिक्षा विभाग के कार्यालय का संचालन मुख्य रूप से बीआरसी में नियुक्त कर्मी के भरोसे है. बीआरसी में कार्यरत लेखापाल और चतुर्थ वर्गीय कर्मी लोगों की समस्याओं को सुनते हैं, लेकिन समाधान नहीं कर पाते हैं. इन दिनों नौंवी कक्षा में नामांकन को लेकर छात्र-छात्राओं का जमावड़ा प्रतिदिन बीआरसी के कार्यालय में हो रहा है, लेकिन स्थायी बीइओ के नहीं रहने से उनकी समस्याओं का समाधान ऑनस्पाट नहीं हो रहा है. बेलथू गांव के छात्र-छात्राएं बीआरसी कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. बीआरसी के कर्मी समस्याओं के निराकरण के बजाय कुछ आश्वासन दे पल्ला झाड़ लेते हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि बीआरसी के कर्मी विद्यालय और शिक्षकों की मनमानी की शिकायत को अनसुना कर देते हैं. बीइओ के पद पर स्थायी तैनाती नहीं होने से कार्यालय का संचालन मनमाने तरीके से हो रहा है. डीपीओ का दर्शन कभी-कभी होता है.
डीपीओ जमाल मुस्तफा ने बताया कि पूरे जिले के प्रभार में रहने से व्यस्तता रहती हैं, फिर भी शाहकुंड जाना अक्सर होता है. समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाता है.महेशी के समीप लगा जाम, लोग परेशान
सुलतानगंज महेशी के समीप एनएच सड़क निर्माण को लेकर रविवार शाम एक घंटा वाहनों का जाम लग गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि मिक्सचर मशीन रोड पर रख कर नाला निर्माण कार्य में ढलाई करने से जाम लगा रहा. दोनों ओर वाहनों की कतार लग गयी. मिक्सचर मशीन हटाने के बाद जाम हटा. अबजूगंज समीप भी चौड़ीकरण कार्य कराने से एजेंसी द्वारा रोड को बाधित रखने से वाहनों की आवाजाही अबजूगंज-कुमैठा पथ से हो रही है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है