शहर में कोडिंग के अनुसार ई रिक्शा परिचालन की शुरुआत में चालकों को कई समस्याओं से रू ब रू होना पड़ रहा है. अब तक शहर में कुल 16 रूटों पर 6000 ई रिक्शा की कोडिंग की जा चुकी है. फिलहाल चालकों को दो तरह की समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. एक रिजर्व पर चलने के बाद कोडिंग रूट का फोलो नहीं कर पाना तो दूसरी घर से कोडिंग रूट पर जाने के क्रम में लग रहे जुर्माने की समस्या है. टोटो चालकों की समस्या पर ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार सिंह ने कहा कि टोटो चालक अगर अपने घर कोडिंग रूट पर जा रहे हैं या फिर कोडिंग रूट से अपने घर जा रहे हैं तो जुर्माना नहीं लगाया जाएगा. बशर्ते इस दौरान रिक्शा पर सवारी न हो, वह पूरी तरह से खाली हो. कहा कि कोई भी टोटो अगर रिजर्व रहता है तो वह दिख जाता है. अगर वास्तव में रिजर्व पैसेंजर ले कर टोटो चालक परिचालन करते हैं तो उनपर भी कोई कार्रवाई नहीं होगी. लेकिन अगर रिजर्व बोर्ड लगा कर दूसरे रोड में सामान्य परिचालन करते दिखे तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी. ट्रैफिक डीएसपी ने कहा कि कोडिंग रूट के अनुसार परिचालन शहर वासियों और टोटो चालकों की सुविधा के लिए किया गया है. सबों को इसका सहयोग करना चाहिए.
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