गंगा के जलस्तर में वृद्धि से कमलाकुंड के पास की मुख्य सड़क कटी, नये इलाके में घुसा पानी

नवगछिया : गंगा के जलस्तर में एकाएक वृद्धि शुरू हो जाने के बाद अनुमंडल के कई गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. वर्तमान में गंगा 31.88 मीटर पर बह रही है, जोकि खतरे के निशान 31.60 मीटर से 28 सेंटीमीटर ऊपर है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 18, 2020 6:44 AM

नवगछिया : गंगा के जलस्तर में एकाएक वृद्धि शुरू हो जाने के बाद अनुमंडल के कई गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. वर्तमान में गंगा 31.88 मीटर पर बह रही है, जोकि खतरे के निशान 31.60 मीटर से 28 सेंटीमीटर ऊपर है. गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि के बाद इस्माइलपुर बिंद टोली के बीच स्परों पर गंगा का दबाव काफी बढ़ गया है. दबाव बढ़ जाने से कटाव की संभावना बढ़ गयी है. स्परों पर नदी का दबाव बढ़ने से तटवर्ती गांव के लोगों में दहशत है.

लोगों के घरों में घुसा पानी

इस्माइलपुर प्रखंड में नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के बाद नये इलाकों में भी बाढ़ का पानी फैल गया है. बाढ़ पानी लोगों के घरों में भी प्रवेश कर गया है. बाढ़ का पानी का बहाव तेज होने के कारण इस्माइलपुर कमलाकुंड के पास मुख्य सड़क कट गयी है. इधर, बाढ़ का पानी तेतरी जाह्नवी चौक 14 नंबर सड़क पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया. बाढ़ के पानी में तेजी से साहू परबत्ता व खगरा पंचायत की ओर बढ़ रहा है. जलस्तर में वृद्धि ऐसे ही जारी रही, तो जल्द ही नवगछिया प्रखंड के भी कई गांव बाढ़ की चपेट में आ जायेंगे. तटवर्ती इलाके के लोगों का कहना है कि जलस्तर में कमी आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी. लेकिन एक बार फिर से नदी के जलस्तर में तीव्र गति से वृद्धि हो रही है.

कटाव निरोधी कार्यों का निरीक्षण

गोपालपुर. गंगा बाढ़ नियंत्रण कमेटी के उपनिदेशक अजय कुमार व सदस्य सीके लाल ने इस्माइलपुर-बिंद टोली के बीच चालीस करोड़ की लागत से करवाये गये कटाव निरोधी कार्यों का अधीक्षण अभियंता इ जफर रशीद खान के साथ निरीक्षण किया. उन्होंने अधीक्षण अभियंता से विभिन्न स्परों पर कराये गये कटाव निरोधी कार्यों की जानकारी विस्तार से ली. गंगा बाढ़ नियंत्रण कमेटी के सदस्यों ने कटाव से बचाव हेतु आगे भी सहयोग करने का भरोसा दिया. बताते चलें कि पिछले एक दशक से इस्माइलपुर-बिंद टोली के बीच प्रतिवर्ष करोड़ो रुपये की लागत से कटाव निरोधी कार्य करवाये जाते हैं. परंतु इसके बावजूद कटाव का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. इलाके में हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन व दर्जनों गांव गंगा में समा चुकी है. फिलहाल गंगा बांध के करीब से बह रही है.

posted by ashish jha

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