शुक्रवार को बारिश किसानों के लिए अमृत बन कर बरसी, ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त होने से शहर के नीचले इलाके से लेकर वीआइपी मोहल्लों में जल जमाव की समस्या बढ़ गयी. इतना ही नहीं नाले का पानी सड़कों पर बहा, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हुई.
पुलिस लाइन व अस्पताल मार्ग पर गिरी पेड़ की डाली, राहगीर रहे परेशान
पुलिस लाइन सड़क पर पेड़ों की डाली गिरने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं मायागंज अस्पताल मार्ग में भी जगह-जगह टहनी टूट कर गिर गयी थी. इससे मरीजों का पहुंचाने के लिए आ रहे एंबुलेंस को भी कई जगह रूकना पड़ा. रेडक्रॉस रोड में भी पेड़ की टहनी काटने से जगह-जगह झाड़ी होकर राहगीरों को गुजरना पड़ा.
मुख्य बाजार क्षेत्र में हड़ियापट्टी, कलाली गली, सूता पट्टी, लोहा पट्टी में जल जमाव की समस्या हुई. यहां पर आये ग्राहकों को दिक्कत हुई. नाला की सफाई नहीं कराने से सूता पट्टी में दुकानों में पानी घूसते-घूसते रहा. नाथनगर क्षेत्र के गढ़ कछारी, पीपरपांती में सड़क का पक्कीकरण नहीं करने से पूरा सड़क कीचड़मय हो गया. आदमपुर चौक समीप सीएमएस स्कूल समीप सड़क काटने के कारण पूरा मार्ग कीचड़मय हो गया.
टापू में बदल गया क्षेत्र पांचू जर्राह लेन, साकम, महेशपुर महादलित टोला, भीखनपुर क्षेत्र के आनंदबाग में जल जमाव की समस्या इतनी बढ़ी कि क्षेत्र थोड़ी देर के लिए टापू बन गया. साकम के कन्हैया मंडल ने बताया यहां की यह समस्या स्थायी हो गयी है. सिकंदरपुर क्षेत्र के निलेश सिंह ने बताया कि बारिश के दिनों में गुड़हट्टा चौक से शीतला स्थान चौक तक नाला ठीक नहीं कराने के कारण सड़क पर पानी बहता है. सूता पट्टी के थोक किराना कारोबारी विनोद जैन ने बताया कि यहां पर वर्षों से यह समस्या है. इसके निदान के लिए नगर निगम में कई बार गुहार लगा चुके हैं. वार्ड आठ के सिल्क कारोबारी सिकंदर आजम ने बताया कि सलाटर क्षेत्र में वर्षों से बरसात में जलजमाव की समस्या है.कंपनीबाग से असानंदपुर मार्ग बना तालाब
रिकाबगंज-उर्दूबाजार व विश्वविद्यालय समीप कंपनीबाग-असानंद मार्ग पर नाले का पानी सड़क पर बहा तो तालाब सा नजारा बन गया और लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो गया. पीसीसी सड़क बालू व कीचड़ से सड़क ढंक गयी. इससे फिर पुरानी स्थिति दिखने लगी. यही स्थिति रेडक्रॉस रोड व सीसी मुखर्जी लेन में हो गयी थी.
आठ दिनों का मेहनत हुआ बेकार हुसैनाबाद स्थित हंसडीहा मुख्य मार्ग पर एक बार फिर ऐसा जलजमाव हुआ कि पैदल जाने वाले लोगों को रास्ता बदलना पड़ा. 15 दिन पहले यहां नगर निगम प्रशासन की ओर से लगातार आठ दिनों तक नाला उड़ाही कराकर सड़क से जलजमाव की समस्या दूर की गयी थी. ऐसे में उनका सारा मेहनत बेकार हो गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है