बिहार में 1300 साल पहले देवी पूजा के मौजूद हैं प्रमाण, भागलपुर संग्रहालय में रखी मूर्तियों की देखें तस्वीरें…
Durga Puja: बिहार में 1300 साल पहले से देवी पूजा के प्रमाण आज भी मौजूद हैं. यहां देवी प्रतिमाएं भागलपुर संग्रहालय में रखी हुई हैं. देखिए तस्वीरों में 8वीं शताब्दी की भी मूर्तियां...
संजीव झा, भागलपुर: अंग क्षेत्र समेत बिहार में दुर्गा या देवी पूजा का इतिहास कितना पुराना है? यहां देवी पूजा आखिर कब से हो रही है? दुर्गा पूजा (Durga Puja) के मौके पर ऐसे सवाल किसी के भी मन में उठ सकते हैं. इसका सबसे सटीक जवाब भागलपुर जिले के संग्रहालय में है. जहां 7वीं शताब्दी की देवी की ऐतिहासिक प्रतिमाएं आज भी मौजूद हैं. ये प्रतिमाएं गवाह हैं कि अंग प्रदेश में देवी पूजा का इतिहास करीब 1300 वर्ष पुराना है.
भागलपुर में करीब 1300 साल पहले की हैं मूर्तियां
भागलपुर संग्रहालय में जगह-जगह पेडस्टल पर देवियों की प्रतिमा रखी हुई हैं. ये देवी प्रतिमाएं सातवीं शताब्दी यानी करीब 1300 साल पहले की है. दुर्गा व देवी की ये ऐतिहासिक मूर्तियां बिहार में अलग-अलग जगहों से प्राप्त किया गया है. इन मूर्तियों को पटना, मुंगेर, बांका और भागलपुर से प्राप्त किया है. पेडस्टल पर रखी देवियों की ये प्रतिमाएं प्रमाण है कि मुंगेर, बांका व भागलपुर में 1300 साल पहले भी मूर्ति बनाकर देवी पूजा की जाती थी.
मूर्तियों के अंग हैं खंडित, संग्रहालय का नहीं हो सका उचित प्रचार-प्रसार
भागलपुर के संग्रहालय में सुरक्षित रखी गयी मूर्तियों के कोई न कोई अंग वर्तमान में खंडित हैं. इस म्यूजियम में मां दुर्गा की मूर्तियों के साथ-साथ कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं. लेकिन यहां का दुर्भाग्य ऐसा है कि इसका प्रचार-प्रसार आजतक उस हिसाब से हो नहीं सका जितना होना चाहिए था. प्रचार-प्रसार के अभाव की वजह से भागलपुर के संग्रहालय को महत्ता नहीं मिल पा रही है.
संग्रहालय में संग्रहित प्रतिमाएं…
- महिषमर्दिनी- काल: 9वीं-10वीं शताब्दी, प्राप्ति स्थल: बांका
- सिहंवाहिनी दुर्गा- काल: 9वीं-10वीं शताब्दी, प्राप्ति स्थल: मुंगेर
- सिंहवाहिनी दुर्गा- काल: 9वीं-10वीं शताब्दी, प्राप्ति स्थल: सीएमएस स्कूल भागलपुर
- सप्तमातृका- काल: 8वीं शताब्दी, प्राप्ति सौजन्य: सत्यभामा जालान, पटना सिटी
- देवी- काल: 8वीं शताब्दी- प्राप्ति सौजन्य: सत्यभामा जालान, पटना सिटी