ई-रिक्शा चालकों के लिए शुक्रवार से होने वाले यातायात प्रशिक्षण संवाद को लेकर ई-रिक्शा चालक के दो गुट आमने-सामने आ गये. एक संगठन की ओर से जहां उक्त कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आह्वान किया गया है तो दूसरे संगठन की ओर से उक्त प्रशिक्षण का बहिष्कार करते हुए पहले उनकी मांगों को पूरी करने की बात कही गयी. ई-रिक्शा चालकों के एक संगठन ई-रिक्शा यूनियन के विशाल कुमार साह की ओर से जारी की गयी सूचना में इसकी जानकारी दी गयी है. जिसमें 28 जून 2024 को यातायात प्रशिक्षण संवाद का आयोजन किये जाने की बात कही गयी है. उक्त संवाद के दौरान जिन ई-रिक्शा का कोडिंग किया गया है, उनके चालकों के साथ वार्ता की जायेगी. जिसके बाद डीएम से निवेदन कर तय रूटों का विस्तार करने की मांग करने की बात कही गयी. आज की बैठक में भाग नहीं लेने का अध्यक्ष ने किया है आह्वान बताया कि ई-रिक्शा के चालकों ने शिकायत की है कि निर्धारित किये गये तीन किलोमीटर के रूट से उनकी रोजी-रोटी पर असर पड़ रहा है. यातायात प्रशिक्षण संवाद में ट्रैफिक डीएसपी सहित नगर निगम की मेयर के सम्मिलित होने की भी बात कही गयी है. इधर, दूसरे संगठन ई-रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष पवन फौजी की ओर से इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए एक विज्ञप्ति जारी की गयी है. जिसमें संघ के सभी सदस्यों ने कोडिंग मुक्त परिचालन की मांग की है. उनकी ओर से कहा गया है कि एक दूसरे संगठन के द्वारा शुक्रवार को बुलाई गयी बैठक का बहिष्कार किया जायेगा. गुरुवार रात ई-रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष पवन फौजी, उपाध्यक्ष रंजीत पासवान, महासचिव शिव नंदन मंडल, कोषाध्यक्ष अरुण मंडल, बिपिन कुमार, रवि राय, दीपक कुमार, बबलू कुमार के साथ एक महिला चालक ने बैठक में हिस्सा लिया.
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