सबौर प्रखंड शंकरपुर पंचायत स्थित मवि आठगामा व उमावि शंकरपुर, पुरानी आठगामा बाढ़ के पानी से घिरा है. यहां का गांव व स्कूल टापू में तब्दील हो गया है. गांव पुरानी आठगामा व पुरानी पन्नूचक्र दियारा में है. आगमन के लिए एनएच-80 के किनारे नाव ही एक मात्र साधन है. स्कूल के समय खुद मवि की शिक्षिका रीता कुमारी व नीलम कुमारी नाव चला कर व शिक्षकों व बच्चों को साथ में लेकर स्कूल जाती है. नाव की उपलब्धता नहीं होने से परेशानी ज्यादा होती. यहां सरकारी नाव भी नहीं हैं यहां खुद से नाव चला आना-जाना होता है. कभी नाविक के नहीं रहने से खुद शिक्षक नाव चला कर आते हैं. स्कूल में मिडिल स्कूल में 234 छात्र-छात्राए है. उच्च माध्यमिक में 86 छात्र-छात्राएं है. कुल 13 शिक्षक है. सरकारी नाव नहीं रहने से शिक्षकों को काफी परेशानी नदी से इस पार से उस पार जाने में होती है. ग्रामीणो के नाव के सहारा शिक्षिका को नाव चला कर नदी पार करना पड़ता है. कभी-कभी नाव का घंटों इंतजार करना पड़ता है. नदी पार करते समय तेज हवा चलने से नाव पलटने का हमेशा भय बना रहता है. शिक्षक अमर नाथ अमर, खुशबू कुमारी, नेहा, हेमंत शरण, उज्ज्वल कुमार, मणिकांत मंडल, निर्भय कुमार कहते हैं कि समस्या को लेकर विभाग व सरकार दोनों को गंभीर होने की आवश्यकता है, ताकि पटना के दानापुर जैसी घटना की पुनरावृति ना हो. इस पर अविलंब पहल की आवश्यकता है.
गंगा में डूबी युवती इलाज के लिए मायागंज रेफर
कोलगामा के समीप गंगा में डूबी युवती सविता कुमारी (22) को बाहर निकाला गया. युवती को डूबते देख भैंस चराने वालों ने उसे सही सलामत गंगा से बाहर निकाला. अधिक पानी शरीर में जाने के बाद युवती को परिजन रेफरल अस्पताल लेकर आये. डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए मायागंज रेफर कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है