प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने सृजन घोटाला मामले के आरोपित विपिन कुमार उर्फ विपिन शर्मा को रिमांड पर लेने के बाद पूछताछ शुरू कर दी है. विपिन शर्मा 500 करोड़ से अधिक के घोटाला मामले में फंसे हैं.
सूत्र बताते हैं कि विपिन शर्मा घोटाले से अर्जित की गयी संपत्ति से संबंधित जो भी सुराग बतायेंगे, उसे खंगालने और जब्त करने की कार्रवाई के लिए इडी के अधिकारी पहुंचेंगे. बताया जा रहा है कि विपिन ने इडी को कई सुराग दिये हैं. उसी के आधार पर तिलकामांझी स्थित हनुमान पथ पर विपिन के आवास पर इडी के अधिकारी के शुक्रवार को पहुंचने की सूचना है. हालांकि इसकी पुष्टि किसी ने नहीं की है.
प्रवर्तन निदेशालय ने विपिन सृजन घोटाला मामले में धन शोधन अधिनियम के तहत गत 27 सितंबर को गिरफ्तार किया था. यह मामला सरकारी धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में डायवर्ट करने का है. इडी के मुताबिक घोटाले में शामिल राशि 500 करोड़ रुपये से अधिक है. विपिन, सृजन की संस्थापक स्व मनोरमा देवी के करीबी सहयोगी थे. उन्होंने विभिन्न सरकारी अधिकारियों, बैंक अधिकारियों, निजी व्यक्तियों और अन्य सदस्यों के साथ सरकारी धन को सृजन के खातों में डालने की साजिश रची.
बताया जा रहा कि उक्त खाते का उपयोग सभी षड्यंत्रकारियों के लाभ के लिए किया गया था. बैंक अधिकारियों की मदद से बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक और भागलपुर सहकारी बैंक में विभिन्न बैंक खाते खोले. साजिश में अधिकारियों, जिला भूमि अधिग्रहण कार्यालय, इंदिरा आवास योजना में पड़ी धनराशि, सृजन के खाते में जिला कल्याण योजना आदि की राशि ट्रांसफर की गयी. इस राशि से फ्लैट और अन्य संपत्ति की खरीद की गयी. गाजियाबाद, पुणे, पटना, भागलपुर आदि में अचल संपत्तियां अर्जित की गयी. इडी ने अब तक सृजन मामले में 18.45 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. इसमें 32 फ्लैट, 18 दुकानें, 38 प्लॉट व मकान, 47 बैंक खाते और दो वाहन शामिल हैं.
इडी की पूरी जांच के दौरान विपिन ने सहयोग नहीं किया. जांच एजेंसी द्वारा समन जारी किया गया था, लेकिन विपिन ने इसका पालन नहीं किया. इडी ने विपिन को 27 सितंबर को गिरफ्तार किया और 28 सितंबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. स्पेशल पीएमएलए कोर्ट, पटना ने गत छह अक्तूबर को पांच दिन की हिरासत दी. हिरासत में लेने के बाद इडी उससे पूछताछ कर रही है.