एससी-एसटी का उपवर्गीकरण समेत अन्य प्रावधान के विरोध में एवं भारत बंद के समर्थन में बुधवार को जिले में सैकड़ों समर्थक सड़क पर उतरे. एहतियात के तौर पर भागलपुर मुख्य बाजार की अधिकतर दुकानें बंद रही. दवा समेत अन्य अति आवश्यक चीजों की दुकानों को छोड़ कर अन्य दुकानें बंद रही. इससे 30 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ. बाहर से आये ग्राहकों व खुदरा दुकानदारों को वापस लौट कर जाना पड़ा. हालांकि वाहनों का परिचालन सामान्य रहा. भारत बंद का आयोजन समन्वयय समिति, सामाजिक न्याय आंदोलन, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन, बिहार फूले-आंबेडकर युवा संघ, अखिल भारतीय दुसाध उत्थान परिषद, अखिल भारतीय धाेबी महासंघ, मूल निवासी संघ समेत अन्य सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने किया. एससी-एसटी का उप वर्गीकरण समेत अन्य प्रावधान का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की. भारत बंद समर्थकों ने जाति जनगणना जल्द कराओ, एससी-एसटी उप वर्गीकरण हटाओ आदि नारे लगाये. प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांग वाली तख्ती, नीला झंडा, बैनर आदि के साथ स्टेशन चौक से जुलूस निकाला. वेराइटी चौक, खलीफाबाग चौक, घंटाघर चौक समेत आसपास क्षेत्र में विरोध-प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारी आमलोगों से बंद का समर्थन करने की अपील करते रहे.
13 हजार छोटी-बड़ी दुकानें रहीं बंद
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है