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Bhagalpur News : नौंवी कक्षा में नामांकन के लिए शिक्षा विभाग कार्यालयों की दौड़ लगा रहे आठवीं पास बच्चे

पंचायत या निकाय के स्कूलों में ही नामांकन की बाध्यता कर दिये जाने के बाद सरकारी स्कूलों में पढ़ने को इच्छुक बच्चे और उनके अभिभावकों के लिए अब नयी परेशानी शुरू हो गयी है.

पंचायत या निकाय के स्कूलों में ही नामांकन की बाध्यता कर दिये जाने के बाद सरकारी स्कूलों में पढ़ने को इच्छुक बच्चे और उनके अभिभावकों के लिए अब नयी परेशानी शुरू हो गयी है. अपने घर के नजदीक के स्कूलों में नामांकन कराने के लिए छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने शिक्षा विभाग कार्यालय का दौड़ लगाना शुरू कर दिया है. सोमवार को भी कई छात्र-छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ नामांकन के लिए डीइओ से सहमति लेने शिक्षा विभाग कार्यालय पहुंचे, लेकिन यहां पर उनलोगों की नहीं सुनी गयी. लिहाजा सभी लोग मायूस होकर लौट गये.

बच्चों को तीन से चार किलोमीटर दूर के स्कूल में नामांकन लेने को किया जा रहा है बाध्य

प्रिंस कुमार, कुमार अंशु, रंजन कुमार, अविनाश कुमार, सूरज कुमार, नीतीश कुमार, कृष्णा कुमार, अंकित कुमार, स्वीजल कुमार सहित कई अन्य छात्रों ने सुलतानगंज के मध्य विद्यालय मस्दी पूर्व से आठवीं की परीक्षा पास की है. सभी को उच्च माध्यमिक विद्यालय मस्दी में नामांकन कराने को लेकर बाध्य किया जा रहा है. छात्रों का कहना है कि उक्त विद्यालय उनलोगों के घर से तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर है, जबकि उनके घर से महज 300 मीटर की दूरी पर सरदारी चौधरी हाइस्कूल है, जब वे लोग सरदारी चौधरी हाइस्कूल में नामांकन कराने गये, तो वहां के एचएम ने कहा कि अगर जिला शिक्षा पदाधिकारी समहति दे देंगे तो उनलोगों का नामांकन कर लिया जायेगा. लिहाजा सभी स्टूडेंट्स अपने-अपने अभिभावकों के साथ शिक्षा विभाग कार्यालय पहुंचे थे.

पिता की मौत के बाद मामा के पास रह रहा है रॉकी, लेकिन नहीं हो रहा है एडमिशन

तेतरी निवासी रॉकी कुमार ने बताया कि उनके पिता उमेश साह की मौत पिछले वर्ष हो गयी. इसके बाद घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी. इसलिए वह मामा दिनेश कुमार के पास सुलतानगंज आ गया. यहां उसके ननिहाल से सरदारी चौधरी हाइस्कूल काफी नजदीक है. वह स्कूल गया भी, लेकिन वहां पर डीइओ के आदेश के बाद नामांकन लेने की बात कही गयी. वह अपने मामा के पास यहां आया, लेकिन यहां भी उसे मायूस होना पड़ा है.

राज मिस्त्री पप्पू मंडल अपने दोनों बच्चों के नामांकन को लेकर हैं परेशान

जगदीशपुर के जमगांव के पप्पू मंडल ने सबौर में राजमिस्त्री का काम शुरू किया है. उन्होंने सबौर में ही किराये पर आवास भी लिया है. जब बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की बात आयी, तो वे सबौर के सभी स्कूलों में गये, लेकिन किसी भी स्कूल में उनके बच्चों का नामांकन नहीं हुआ. सभी जगह पर कहा गया डीइओ के आदेश से ही नामांकन संभव है. इस कारण वे अपने दोनों बच्चों के साथ डीइओ कार्यालय पहुंचे, लेकिन यहां तो उनकी समस्या को सुने बगैर उसे लौटा दिया गया. पप्पू मंडल ने बताया कि उसकी बच्ची सावित्री कुमारी सातवीं में नामांकन लेना चाहती है, तो पुत्र गुरुशरण कुमार नौंवी में नामांकन लेना चाहता है. वहीं, दूसरी ओर मामले को लेकर डीइओ राजकुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार हाइस्कूलों में नौवीं के छात्रों का नामांकन लिया जाना है. सभी मध्य विद्यालय से उत्तीर्ण आठवीं के छात्र अपनी पंचायत के पोषक क्षेत्र अंतर्गत आने वाले हाइस्कूलों में नामांकन लेंगे. इस बाबत प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी किया गया है. उन्हें इसकी जानकारी छात्र और उनके अभिभावकों को भी देनी है.

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