भागलपुर: एक बार फिर बरारी विद्युत शवदाह गृह शुरू होने का डेडलाइन फेल हो गया. एक बार तो यहां काम में तेजी दिखी लेकिन कुछ दिन बाद फिर से सन्नाटा छा गया है. साथी बारिश में गंगा का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि अब लोगों को शवों का दाह संस्कार करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जिले व आसपास क्षेत्र के लोगों को विद्युत शवदाह गृह शुरू होने का लंबे समय से इंतजार था. 25 जून को शुरू होने का डेडलाइन था. 15 वर्ष पुराना विद्युत शवदाह गृह गंगा कटाव में चला गया. इसके बाद एक बार फिर पूर्वी बिहार के लोगों को बरसात व बाढ़ में दाह-संस्कार करने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं झारखंड के समीपवर्ती जिले के लोग भी दाह संस्कार के लिए लोग यहां पहुंचते है.
25 दिन पहले तक 10 फीसदी ही काम बचा था. फाइनल टेस्टिंग शुरु हो गया था. कोलकाता की टीम इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व मुख्य बोर्ड को तैयार करने में जुट गयी थी. बिजली विभाग की ओर से शवदाह गृह तक ट्रांसफर्मर लगा चुके थे. अंदर में बिजली कनेक्शन का काम तेजी से चल रहा था. इतना कुछ होने पर कहां पेंच फंसकर रह गया. पदाधिकारी इस बारे में कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं.