एडवांस के भुगतान को लेकर कर्मचारियों का विवि में हंगामा
टीएमबीयू के कर्मचारियों ने फेस्टिवल एडवांस का भुगतान नहीं होने पर मंगलवार को विवि में हंगामा किया. आक्रोशितों ने दोपहर 12 बजे सभी शाखा से कर्मियों को बाहर निकालकर फेस्टिवल एडवांस भुगतान की मांग करने लगे.
टीएमबीयू के कर्मचारियों ने फेस्टिवल एडवांस का भुगतान नहीं होने पर मंगलवार को विवि में हंगामा किया. आक्रोशितों ने दोपहर 12 बजे सभी शाखा से कर्मियों को बाहर निकालकर फेस्टिवल एडवांस भुगतान की मांग करने लगे. बंद के कारण एफओ भी निकल कर गेस्ट हाउस चले गये. इस दौरान सभी शाखा में ताला लगा रहा. जब कर्मचारियों को जानकारी मिली की भुगतान से संबंधित फाइल पर प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी गयी उसके बाद सभी अपने-अपने कार्यालय में लौट आये. विवि बंद के कारण छात्र-छात्राओं को कुछ देर के लिए परेशानी से जूझना पड़ा. उधर, विवि कर्मचारी संघ के महासचिव रंजीत कुमार ने कहा कि फेस्टिवल एडवांस की फाइल पर प्रक्रिया की जा रही है. जानकारी कमर्चारियों को दी गयी है. कहा कि फाइल पर मंजूरी नहीं मिलती है, तो बुधवार को आगे की रणनीति तैयारी की जायेगी. सूत्रों के अनुसार कुलपति आवास पर संबंधित फाइल भेज दी गयी है. रजिस्ट्रार को उस फाइल पर हस्ताक्षर करना बाकी है. कर्मचारी नेता ने कहा कि फाइल पर हसताक्षर नहीं होने पर बुधवार को कर्मचारी और उग्र आंदोलन करेंगे. —————– कोर्ट के आदेश के बाद भी 90 फीसदी ही किया गया पेंशन भुगतान : पूर्व एसओ टीएनबी कॉलेज के पूर्व एसओ अमरेंद्र झा ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद भी उन्हें 90 फीसदी ही पेंशन का भुगतान किया गया है. उन्होंने विवि के कुछ कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगाया है. अमरेंद्र झा ने कहा कि टीएनबी काॅलेज के 14 कर्मचारी करीब चार साल से अपने बकाया वेतन -पेंशनादि भुगतान को लेकर हाईकोर्ट के शरण में थे. हाईकोर्ट ने उनके पक्ष में आदेश दिया. विवि को चार सप्ताह के अंदर सभी पेंशनरों को बकाया वेतन एवं पेंशनादि भुगतान का निर्देश भी दिया था. लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया गया. केवल आठ पेंशनरों ने हाईकोर्ट में एमजेसी दायर किया. यहां से भी पूर्ण रूप से बकाया भुगतान करने का आदेश दिया गया. लेकिन विवि से वेतन से 75 फीसदी का ही भुगतान किया गया. जबकि पेंशन मद में भी अबतक 90 फीसदी ही भुगतान किया जा रहा है. पूर्व एसओ ने मामले में विवि के अधिकारी को वेतन व पेंशन का सौ फीसदी भुगतान करने के लिए आवेदन दिया गया है. इसके बाद भी विवि से कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है.
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