टीएमबीयू में पांच सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारी मंगलवार को हड़ताल पर रहे. विवि प्रशासनिक भवन में कामकाज ठप रहा. सभी शाखाओं के कर्मचारी प्रशासनिक भवन में धरना पर बैठे रहे. ऐसे में विवि में शैक्षणिक कार्यों को लेकर छात्रों, शिक्षकों सहित अभिभावकों को परेशानी से जूझना पड़ा. कर्मचारी संघ ने मांगों को पूरा नहीं किये जाने पर विवि प्रशासन पर अनदेखी करने का आरोप लगाया. आंदोलित कर्मचारियों ने रजिस्ट्रार के खिलाफ नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना था कि कोर्ट के आदेश आने के बाद भी रजिस्ट्रार द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है. कर्मचारियों ने कहा कि धरना पर बैठें रहें, लेकिन विवि के कोई अधिकारी मांगों को लेकर वार्ता करने नहीं आये. इससे कर्मचारियों में और आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उधर, कर्मचारी संघ के महासचिव रंजीत कुमार ने कहा कि विवि के अधिकारी के लापरवाही से कर्मचारियों का हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकता है. बुधवार से विवि की पीजी सहित अन्य इकाई के सभी कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होंगे. हड़ताल के कारण विवि का महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हो रहा है. इसकी सारी जवाबदेही विवि प्रशासन की ही होगी. कर्मचारी नेताओं ने कहा कि वेतन कटौती के मुद्दे पर हाइकोर्ट से स्पष्ट निर्णय का गया है, लेकिन विवि में इसका पालन नहीं किया जा रहा है. कोर्ट के आदेश की अवहेलना किया जा रहा है. संघ ने निर्णय लिया है कि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं. ऐसे में सभी कर्मचारी उपस्थिति पंजी में अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे. बुधवार तक कलमबद्ध हड़ताल जारी रखेंगे. शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करायेंगे. इसके बाद भी मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चतकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. मौके पर सुधीर कुमार, असीम कुमार, सुरेश चौधरी, किरण कुमारी, विजय मिश्रा, प्रशांत झा, अतहर आलम, शैलेश चक्रवर्ती, उपानंद दास, वीरेंद्र सिंह, अनिमेश, संजय, पुष्पराज, मनोज आदि मौजूद थे.
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