Bihar News: भागलपुर में एंट्री पासिंग गिरोह का टोह ले रही EOU की टीम, डीएसपी रैंक के अफसर भी पहुंचे

Bihar News: भागलपुर में एंट्री पासिंग गिरोह का टोह लेने के लिए EOU की टीम सक्रिय है. गुरुवार को डीएसपी रैंक के अफसर भी पहुंचे हैं.

By ThakurShaktilochan Sandilya | January 31, 2025 12:38 PM
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Bihar News: बिहार के भागलपुर में एंट्री पासिंग गिरोह की मुश्किलें बढ़ सकती है. ईओयू (EOU) की टीम इस मामले की जांच कर रही है. पासिंग गिरोह की टोह में इओयू की टीम भागलपुर में सक्रियता बढ़ा रही है. कुछ दिन पहले एंट्री पासिंग मामले की जांच के लिए आर्थिक अपराध इकाई की एक टीम भागलपुर पहुंची थी. जिसकी भनक लगने पर गिरोह के सदस्यों में हड़कंप मचा हुआ था. अब गुरुवार को ईओयू के डीएसपी रैंक के पदाधिकारी भी भागलपुर पहुंचे हैं.

EOU के अफसर ने जांच रिपोर्ट लिया

भागलपुर में ओवरलोडेड ट्रकों की एंट्री पासिंग कराने वाले गिरोह का खेल पता करने के लिए पहले इओयू की एक टीम भागलपुर आई थी. अब डीएसपी रैंक के पदाधिकारी भागलपुर पहुंचे और उन्होंने भागलपुर में जांच कर रही इओयू टीम से पूरी रिपोर्ट ली है जो अबतक की जांच में सबूत के तौर पर जुटाए गए हैं. उन्होंने एनएच 80 पर भागलपुर से पीरपैंती और नवगछिया रूट में भी पासिंग माफियाओं को लेकर पूरी जानकारी ली है.

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क्या है एंट्री पासिंग का खेल

बता दें कि भागलपुर में ओवरलोडेड ट्रकों की एंट्री करवाने के एवज में मोटा रकम वसूला जाता है. इसका खुलासा कई बार हो चुका है. इस वसूली के खेल में पूरा गिरोह काम करता है. जिसमें पुलिस से लेकर पत्रकार व जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी सवाल उठते रहे हैं. कई फोन कॉल्स की रिकॉर्डिंग वायरल हो चुकी है जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों पर भी सवाल खड़े हुए. सूचना है कि इस अवैध वसूली के खेल में कई हाई प्रोफाइल लोग भी जांच की जद में हैं.

ऑडियो रिकॉर्डिंग भी हो चुका है वायरल

गौरतलब है कि भागलपुर में पासिंग का मुद्दा कई बार सामने आया और ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल होने पर यह तूल भी पकड़ता रहा. लेकिन धीरे-धीरे यह ठंडे बस्ते में ही जाता रहा है. जिले के जगदीशपुर, सबौर, घोघा, जीरोमाइल, कहलगांव, पीरपैंती, नवगछिया आदि रूट पर यह खेल चलता रहा है.

IAS-IPS कर चुके हैं कार्रवाई

इस काले कारोबार में पूर्व में पुलिस पदाधिकारी की भी भूमिका सामने आ चुकी है. हालांकि प्रशासन की तरफ से समय-समय पर ताबड़तोड़ कार्रवाई भी होती रही है. एक IPS अफसर वेश बदलकर ट्रक लेकर इस धंधे की हकीकत को पता करने खुद निकल गए थे. वहीं एकबार जब डीएम जाम में फंसे तो ताबड़तोड़ कार्रवाई की गयी थी और कई ओवरलोडेड ट्रकों को सीज किया गया था.

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