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PHOTOS: भागलपुर का सिंहकुंड गांव कोसी की तबाही से उजड़ा, रोज अनेकों घर ढहकर नदी में समा रहे

बिहार के भागलपुर में खरीक प्रखंड के सिंहकुंड गांव में कोसी की तबाही ग्रामीण झेल रहे हैं. 9 और घर नदी में समा गए.

By ThakurShaktilochan Sandilya | July 10, 2024 12:12 PM
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Bihar Flood News: भागलपुर के खरीक प्रखंड के सिंहकुंड गांव में कोसी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. नदी के भीषण कटाव में मंगलवार को नौ लोगों के घर कटकर कोसी में समा गये. जिससे गांव में दहशत का माहौल है. कटाव की विभीषिका से परेशान सिंहकुंड के लोग गांव से पलायन करने लगे हैं. कई लोगों के घर नदी में विलीन हो चुके हैं. घर-मकान ढहकर नदी में समा रहे हैं.

कोसी निगल रही घर-मकान

कोसी नदी का कटाव थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार लोगों के घर और जमीन नदी में समा रहे हैं. मंगलवार को फिर सिंहकुंड के जिलेबियामोड़ टोला निवासी शिवनंदन राय, बबीता देवी, मुरसीद नदाफ, रसूल नदाफ, इंसुल नदाफ एवं छर्रापट्टी टोला के अमर राय, कुंवर राय, कमलेश राय, संयोग राय का घर कट कर नदी में समा चुका है. जबकि कई लोगों के घरों पर कटाव का संकट बना हुआ है. इससे पूर्व भी गांव के एक दर्जन से अधिक लोगों का घर नदी में समा चुका है.

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नदी के गर्भ में समा रहे आशियाने

सभी पीड़ित खुले आसमान के नीचे जीने को विवश हैं. ग्रामीणों ने बताया कि लगातार लोगों का आशियाना नदी के गर्भ में समा रहा है. कटाव की रफ्तार गति पकड़ रही है, लेकिन कटाव पीड़ित परिवारों को अबतक सरकारी सहायता के नाम पर सिर्फ प्लास्टिक मिला है. एक भी पीड़ित को अबतक किसी भी प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध नहीं करायी गयी है. जिसके कारण लोगों में भारी आक्रोश है.

विस्थापित परिवारों की मुश्किलें बढ़ी…

वहीं, जिलेबियामोड़ के पास तो अबतक बचाव कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है. विस्थापित परिवार और सुरक्षित माहौल में जीवन जीने को विवश है. अंलाधिकारी ने बताया कि विस्थापित परिवारों के लिए हर संभव मदद किया जा रहा है.

ताश के पत्ते की तरह भरभराकर गिरा मकान

सिंहकुंड गांव में कोसी नदी भीषण कहर बरपा रही है. एक दर्जन से अधिक मकान कोसी नदी में समा गये. देखते ही देखते पक्का मकान कोसी में समा जा रहा है. कोसी के कहर का लाइव वीडियो सामने आया है, जिसमें एक पक्का मकान ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर कोसी नदी में समा गया. तस्वीर देख लोग डरे सहमे हैं. बीते 20 दिनों से भीषण कटाव हो रहा है. कटाव की रफ्तार इतनी तेज है कि देखते ही देखते एक सप्ताह में आठ लोगों का घर नदी में समा गया.

कटाव की रफ्तार तेज, कई मकानों पर संकट गहराया

यहां 15 लोगों का घर कोसी के मुहाने पर हैं, जो कभी भी कटाव की भेंट चढ़ सकता है. कटाव की रफ्तार को देख नदी किनारे बसे लोग अपने घर को खुद तोड़ सामान के साथ पलायन की तैयारी कर रहे हैं. कुछ लोग घर छोड़ सुरक्षित जगह पर चले गये हैं.

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