भागलपुर जेल में कोरोना संक्रमित कैदियों की मौत के बाद भी बंदियों की अबतक जांच नहीं
भागलपुर जेल में कोरोना संक्रमित कैदियों की मौत के बाद भी बंदियों की अबतक जांच नहीं
भागलपुर : विशेष केंद्रीय कारा और शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में अब कोरोना वायरस ने सेंध लगा दी है. वायरस जेल में नहीं पहुंचे इसके लिए जेल लाये जाने वाले नये बंदियों के लिए अलग प्रबंध किया गया है. पिछले चार माह से मुलाकातियों पर रोक है. वर्चुअल मुलाकात की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. भागलपुर के दोनों ही जेलों को मिला कर अबतक कोरोना पॉजिटिव के आठ मामले सामने आ चुके हैं.
विशेष केंद्रीय कारा के चार मरीजों की मौत हो चुकी है, वहीं चार वर्तमान में क्वारेंटिन हैं. क्वारेंटिन किये गये चार में दो शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा के कर्मी और विशेष केंद्रीय कारा के बंदी हैं. कोरोना पॉजिटिव मरीज में बढ़ोतरी के बाद भागलपुर के तीनों ही जेल में डाॅक्टर, नर्स और प्रोग्रामरों को कोरोना जांच का प्रशिक्षण दिया गया. अब तीनों जेलों में स्क्रीनिंग जांच शुरू कर दी गयी है.
रविवार और सोमवार को स्क्रीनिंग टेस्ट में करायी गयी, जिसमें विशेष केंद्रीय कारा के कुछ बंदियों में कोरोना के लक्षण पाये गये हैं. हालांकि जेल में अभी जांच किट उपलब्ध नहीं होने और सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से उन्हें अबतक जांच के लिए नहीं ले जाया गया है. लक्षण पाये जाने वाले सभी बंदियों और कर्मियों को जेल के भीतर ही एक अलग भवन में क्वारेंटिन किया जा रहा है.
जेल अधीक्षक संजय कुमार चौधरी ने बताया कि कुछ कैदियों में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण पाये गये हैं. उन्हें जेल में ही जेल अस्पताल के मेडिकल अफसर और डाॅक्टरों की निगरानी में क्वारेंटिन है. अगर कोई गंभीर लक्षण आते हैं, तो उन्हें मायागंज अस्पताल शिफ्ट कर उनकी कोरोना जांच करायी जायेगी.