मेहनत नहीं करने पर असफलता तय है
श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र में भगवान वासुपूज्य का गर्भ कल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. विशेष मंगल पूजा की गयी.
श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र में भगवान वासुपूज्य का गर्भ कल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. विशेष मंगल पूजा की गयी. ग्वालियर के पंडित राजेंद्र शास्त्री ने कहा कि मेहनत नहीं करने पर असफलता तय है. कुछ न करना शोभा नहीं, कलंक है. समय खोना अर्थात भविष्य में रोना. जो भविष्य आप चाहते हैं, उसी के अनुसार वर्तमान में जियें. ज्ञान जरूरी है बाकि सब दूसरों की जी हजूरी है. ईर्ष्या मानव को दौड़ में बढ़ने नहीं देती अर्थात हरा देती है. राजस्थान के भामंडल से आये थे छत्र
राजस्थान भामंडल से छत्र लाये गये थे. तीन छत्र, जो बहुत ही आकर्षक एवं तीनों एक के ऊपर एक मस्तक के ऊपर पर विराजमान किये गये. भामंडल भगवान के पृष्ट भाग में मस्तक के पीछे सुशोभित किया गया. सुंदर नक्काशीदार मुकुट एवं मोतिओं की माला लायी गयी थी, जिसे पहन कर श्रद्धालुओं ने मंत्र जाप किया.आगे पंडित शास्त्री ने कहा कि मजबूत लोग न मन से हारते हैं और न तन से. इससे पहले मुंगे वर्ण की भगवान वासुपूज्य की पद्मासन प्रतिमा स्वर्ण कलश से अभिषेक पांडिचेरी के कैलाश मधु भाई ने व रजत कलश से पुणे के राजेश जय गांधी ने किया. श्रद्धालुओं का स्वागत जैन सिद्धक्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने किया और कहा भगवान वासुपूज्य का उपदेश है परोपकार को कल पर नहीं टाले. उसे आज नहीं अभी करें. परोपकार धर्म है. इस मौके पर फिरोजाबाद के माणिक जैन, रानोली राजस्थान के बाबूलाल जैन, अकलुज महाराष्ट्र के शिरिष दोषी, चेन्नई के अक्षय सुमन, पूणे की वैभव आनंदी, बंडील बंगाल के रोहित जैन, कमलेश जैन, राम जैन आदि उपस्थित थे.
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