नगर निगम कार्यालय में फिर रविवार को आग लग गयी. एसी, स्कैनर, टेबुल, कागजात समेत तीन लाख से अधिक की संपत्ति जलकर राख हो गयी. अग्निशामन विभाग की टीम को पहुंचने में 50 मिनट लग गये. इस दौरान चारों तरफ धुएं का गुबार उठता रहा. सूचना पाकर छुट्टी होने के बावजूद संबंधित कर्मचारी व पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
कार्यालय अधीक्षक मो रेहान ने बताया कि लगभग 50 मिनट तक नगर निगम कार्यालय में आग का गुबार उठता रहा. छुट्टी होने के कारण कर्मचारी देरी से सजग हो सके. उनका कहना है कि आग से किसी महत्वपूर्ण कागजात को नुकसान नहीं पहुंचा है. दूसरी ओर कुछ कर्मियों का कहना है कि कई महत्वपूर्ण महत्वपूर्ण कागजात भी जले हैं. आग लगने की घटना इस बार दोपहर ढाई बजे हुई. मौके पर उप नगर आयुक्त आमिर सौहेल, कार्यालय अधीक्षक मो रेहान अहमद, स्वास्थ्य शाखा प्रभारी विकास हरि, आइटी सेल के कर्मी बबलू आदि मौके पर थे.
मेयर डॉ बसुंधरालाल ने कहा कि नगर निगम कार्यालय के आइटी सेल में आग लगना संदेह पैदा करता है. पिछले समय भी रविवार को और इस बार भी रविवार को ही आग लगी. किनके आदेश से आइटी सेल का कार्यालय खुला. सीसीटीवी खंगाला जायेगा. पहले की जांच भी अभी तक पूरी नहीं हुई है. इस बार जांच के लिए ऊपर तक लिखूंगी. जांच होने के बाद ही दोषी व सही जानकारी मालूम हो सकेगी.
सात अप्रैल को कार्यालय परिसर में लगी थी और करोड़ों की संपत्ति हुई थी स्वाहा इसी साल सात अप्रैल (रविवार) की देर शाम नगर निगम कार्यालय में भीषण आग लग गयी थी. जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ था. अग्निशमन विभाग की जांच रिपोर्ट में यह खुलासा नहीं हो पाया कि किस वजह से आग लगी थी. घटना में करोड़ों के सामान जल गये थे. तब अग्निशमन विभाग की एक विशेष टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जांच की थी और इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी थी. जांच रिपोर्ट में कुछ चौंकने वाले खुलासे हुए थे. रिपोर्ट में घटना को संदेहास्पद बताया गया है. इसमें आग खुद से लगने या लगाये जाने की बात स्पष्ट तौर पर नहीं लिखी गयी थी. यह भी बताया गया है कि जिस ट्रांसफॉर्मर से आग लगने की बात कही जा रही थी, उसमें आग लगने से पूर्व शॉट सर्किट हुआ ही नहीं था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है