मुंगेर : गंगा का जलस्तर भले ही स्थिर हो गया है, लेकिन बाढ़ का तांडव जारी है. गंगा के रौद्र रूप को देखकर दियारा क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं. वहीं शहरी क्षेत्र में बाढ़ का बढ़ता दबाव लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. इधर बाढ़ के पानी का फैलाव सदर प्रखंड के साथ ही बरियारपुर, जमालपुर, धरहरा क्षेत्र के चौर क्षेत्र में होने से फसलों की बर्बादी शुरू हो गयी है. हालात ऐसी बन गयी है कि पशु चारा तक की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
जिले के सदर प्रखंड, बरियारपुर, जमालपुर एवं धरहरा प्रखंड का 23 पंचायत बाढ़ प्रभावित है. जबकि मुंगेर शहर का 4 वार्ड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र माना जाता है. गंगा स्थिर होने के बावजूद यहां बाढ़ से जन जीवन अस्त-व्यक्त होने लगा है. सदर प्रखंड के 6, बरियारपुर के 11, धरहरा के 3 एवं जमालपुर प्रखंड के 3 पंचायत में बाढ़ अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. मुंगेर सदर प्रखंड के कुतलुपुर, बहादुरनगर, जनमडिग्री, तौफिर, टीकारामपुर, भेलवा, सीताचरण, लक्ष्मीपुर, तारापुर दियारा, मनियारचक, चड़ौन, रामगढ, नौवागढ़ी उत्तरी, रहियादीवानी टोला सहित अन्य टोला बाढ़ से प्रभावित है. कई गांवों में तो बाढ़ का पानी घुस गया है. जबकि कई गांव व टोला बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है. जिसके कारण गांव टापू बन गया है. बरियारपुपर प्रखंड का कालाटोला, एकाशी, नीरपुर, कल्याणपुर, खड़िया पिपरा, सरस्वती नगर झड़कहवा, बंगाली टोला, पड़िया तक पानी पहुंच गया है. जबकि जमालपुर प्रखंड का फरदा, सिंधिया एवं धरहरा प्रखंड का शिवकुंड, हेमजापुर, दुर्गापुर, लगमा, बाहाचौकी गांव की और पानी तेजी से फैल रहा है. हेमजापुर में तो कई घरों में पानी घुस चुका है.
जिले के दियारा क्षेत्र का खेत पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. दियारा क्षेत्र के अलावे सदर प्रखंड के चिकदह बहियार, शीतलपुर, दरियापुर चौर क्षेत्र में पानी का फैलाव होने से फसल पुरी तरह बर्बाद हो गया. जबकि कासिम बाजार क्षेत्र के हेरूदियारा, शिवकुंड, डकरा सहित अन्य क्षेत्र के खेतों में लगा फसल डूब चुका है. बरियारपुर प्रखंड के बरैल बहियार, कल्याणपुर बहियार, पड़िया बहियार के समीप पानी का फैलाव होने से खेत में लगा मकई व धान का फसल बर्बाद हो रहा है. रतनपुर बहियार में पानी भर जाने से फसल डूब गया है. इतना ही सदर प्रखंड, बरियारपुर, जमालपुर एवं धरहरा क्षेत्र के बहियार में पानी प्रवेश कर गया है. जिसके कारण किसानों की परेशानी काफी बढ़ गयी है.
प्रशासनिक स्तर पर भले ही बाढ़ अभी नहीं आया है. क्योंकि डेंजर लेवल 39.33 को जब पानी पार करता है तो प्रशासन बाढ़ मानती है. लेकिन 38.69 पर ही बाढ़ के रौद्र रूप को देख कर लोग घर छोड़ कर पलायन करने लगे है. बड़ी संख्या में लोग दियारा क्षेत्र से निजी नाव के सहारे गंगा पार कर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर रहे है. लोग अपने मवेशी को भी नाव के सहारे सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे है. अगर जलस्तर में कमी नहीं हुई तो दियारा क्षेत्र को खाली करना पड़ जायेगा.
सोमवार की अहले सुबह तक गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई. रविवार की तुलना में सोमवार को गंगा का जलस्तर 4 सेंटीमीटर बढ़ा. लेकिन अपराह्न 12 बजे के बाद 38.69 सेंटीमीटर पर गंगा का पानी पहुंच कर स्थिर हो गया है. केंद्रीय जल आयोग कार्यालय मुंगेर की माने तो सोमवार की रात से मंगलवार दिन भर गंगा के जलस्तर में धीमी गति से गिरावट होगी. लेकिन बुधवार से पुन: गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो जायेगी. क्योंकि इलाहाबाद से जलस्तर बढ़ते हुए पानी बक्सर तक पहुंच चुका है. अगर इस बार गंगा के जलस्तर में बढोतरी होगी तो डेंजर लेवल को बाढ़ का पानी पार कर जायेगा. जिसके कारण मुंगेर में बड़े पैमाने पर क्षति होगी.
posted by ashish jha