नवगछिया के 20 गांवों का अनुमंडल से संपर्क भंग होने का खतरा

यदि यह सड़क ध्वस्त हुई तो नवगछिया और इस्माइलपुर के लगभग 20 गांवों का अनुमंडल मुख्यालय से संपर्क भंग हो जायेगा. यही नहीं विक्रमशिला सेतु पथ पर वाहनों का दबाव भी बढ़ जायेगा और हमेशा जाम की स्थिति बनी रहेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 27, 2020 9:04 AM

भागलपुर : नवगछिया से विक्रमशिला सेतु के पहुंच पथ की सहायक सड़क तेतरी दुर्गा स्थान जाह्नवी चौक 14 नंबर सड़क पर तेतरी कलबलिया धार के पास पानी का रिसाव जारी है. रिसाव को रोकने के लिये क्षतिग्रस्त स्थल पर मिट्टी और बालू डाला जा रहा है. दूसरी ओर कलबलिया धार का पानी तेजी से विक्रमशिला सेतु के एप्रोच पथ की ओर फैल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि अभी कलबलिया धार में ठीक से गंगा का पानी उतरा भी नहीं है तब भी रिसाव रोकने में पथ निर्माण विभाग सक्षम नहीं है तो आने वाले दिनों में स्थिति भयावह हो जायेगी. ग्रामीणों को इस बात से डर है कि कहीं पिछले वर्ष जैसे हालात का सामना न करना पड़ जाये. पिछले वर्ष यहां धंसान हो जाने के बाद एक माह तक इस सड़क पर आवागमन ठप हो गया था. करीब छह माह पहले पथ निर्माण विभाग द्वारा सड़क के दोनों तरफ बोल्डर पिचिंग का काम शुरू कराया गया था जो एक माह पहले पूरा हुआ है. काम इतना घटिया स्तर का कराया गया है कि पानी का शुरुआती दबाव भी नहीं झेल पाया. बता दें कि यदि यह सड़क ध्वस्त हुई तो नवगछिया और इस्माइलपुर के लगभग 20 गांवों का अनुमंडल मुख्यालय से संपर्क भंग हो जायेगा. यही नहीं विक्रमशिला सेतु पथ पर वाहनों का दबाव भी बढ़ जायेगा और हमेशा जाम की स्थिति बनी रहेगी.

खरीक के सहजाधार स्लुइस गेट से हो रहा रिसाव

दादपुर के समीप सहजाधार स्लुइस गेट से पानी का रिसाव हो रहा है. लोगों को डर है कि यदि कोसी के जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो यह स्लुइस गेट टूट सकता है, जिसके बाद भारी तबाही होगी. दादपुरर, ढोढिया, गोपालपुर सहित आसपास के क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ जायेंगे. प्रखंड कार्यालय में भी पानी घुस जायेगा. उपमुखिया चंदन यादव ने बीडीओ व सीओ से स्लुइस गेट और तटबंध की मरम्मत कराने की मांग की है. इधर विश्वपुरिया प्रखंड के विश्वपुरिया के सोशल यादव, नंदकिशोर पोद्दार,बुच्चर यादव, यादव कमल यादव सहित 10 लोगों के घरों और खेतों में बाढ़ का पानी घुस गया है. लोगों को खाने-पीने की दिक्कत हो गयी है. समाजसेवी मनोज यादव ने सीओ से बाढ़ पीड़ितों की सहायता की मांग की है.

टपुआ में तटबंध पर बढ़ने लगा दबाव

पीरपैंती. दो दिनों तक जलस्तर में ठहराव के बाद शनिवार को एक बार फिर से गंगा के जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गयी. इसके कारण तटबंध पर कराये गये कटावरोधी काम पर पानी का दबाव बढ़ रहा है. एक सप्ताह पूर्व जलसंसाधन विभाग द्वारा यहां काम कराया गया था. ग्रामीणों का कहना है अगर तटबंध पर काम नहीं कराया गया होता तो गांव अब तक कटाव की जद में आ गया होता. अब तटबंध सुरक्षित तो है, लेकिन टपुआ व रानी दियारा के बीच बने लूप और आसपास के नालों से पानी ऊपर उठकर खेतों में फैलने लगा है, जिससे मकई की फसल बर्बाद हो सकती है. रविवार को जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता, एसडीओ व कनीय अभियंता ने तटबंध का निरीक्षण किया और इसकी मजबूती पर संतोष जताया. मौके पर सुबोध यादव, कैलाश यादव, सुरेंद्र मंडल, प्रभु पासवान, वीरेंद्र यादव और अन्य ग्रामीण मौजूद थे.

कदवा दियारा के कई गांवों में घुसा पानी

नवगछिया के कदवा दियरा पंचायत में कोसी नदी का भूतनाथ बांध टूट जाने से कदवा दियारा इलाके में तेजी से पानी फैल रहा है. पंचायत के ठाकुर जी कचहरी टोला के दर्जनों घरों में पानी घुस गया है. शौचालय व चापाकल पानी में डूब जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. रविवार को भाजपा जिला अध्यक्ष विनोद कुमार मंडल व धमदाहा विधानसभा के प्रभारी बंटी यादव ने यहां पहुंच कर बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं देखीं. बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि उन लोगों को अभी तक किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है.

posted by ashish jha

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